Chhattisgarh CM Vishnudeo sai: मुख्यमंत्री साय मंगलवार को न्यू सर्किट हाउस में छत्तीसगढ़ विजन 2047 तैयार करने के लिए राज्य नीति आयेाग द्वारा आयोजित मोर सपना मोर विकसित छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में प्रदेश के युवाओं, कृषकों, महिलाओं और प्रबुद्धजनों ने अपने-अपने विचार साझा किए। संवाद कार्यक्रम में लगभग 200 प्रतिभागी शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने की।
यह भी पढ़ें
Cow Smuggling: छत्तीसगढ़ में गौ तस्करी को लेकर नया नियम जारी, अब 7 की सजा के साथ देना होगा इतना जुर्माना…गृहमंत्री ने जारी किया आदेश
मुख्यमंत्री साय ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में भारत विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। प्रधानमंत्री ने अगले पांच साल में भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, इस उद्देश्य को पूरा करने में छत्तीसगढ़ का भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। छत्तीसगढ़ एक समृद्ध राज्य है, जहां प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन, वन संपदा और मानव संसाधन हैं। यहां की धरती उर्वरा है, मेहनतकश किसान हैं। यहां के संसाधनों का वैल्यू एडिशन करके हम विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण कर सकते हैं। इसमें सभी का सहयोग आवश्यक होगा।
Chhattisgarh CM Vishnudeo sai: असीम संभावनाएं: चौधरी
वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने कहा, कार्यक्रम में प्राप्त सुझावों का नीति आयोग द्वारा संकलन किया जाएगा। उन्होंने कहा, प्रदेश में पर्यटन तथा सर्विस सेक्टर में भी असीम संभावनाएं हैं। वर्तमान में कृषि में रासायनिक खाद के उपयोग से कैंसर रोगियों की संया में बढ़ोत्तरी हो रही है। हमें जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा। कृषि में युवाओं की भागीदारी भी बढ़ानी होगी। मुय सचिव एवं उपाध्यक्ष राज्य नीति आयोग अमिताभ जैन और योजना विभाग के सचिव अंकित आनंद ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कृषि: कृषि और फूड प्रोसेसिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कृषि से संबंधित स्टार्टअप और नवाचार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके अलावा किसानों के लिए समन्वित योजना बनाए जाने की आवश्यकता है। कृषि में परिवहन बहुत बड़ा मुद्दा है, सस्ते परिवहन पर विचार करना चाहिए। फसलों का उचित मूल्य मिलना चाहिए। योजनाओं की जानकारी समय पर किसानों को मिलना चाहिए।
युवा: रोजगार के नये सेक्टरों जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल आदि क्षेत्रों पर फोकस करने की जरूरत है। कुशल मानव संसाधन के लिए वर्तमान आवश्यकता के अनुरूप नये क्षेत्रों में भी कौशल विकास के कार्यक्रम संचालित किए जाए।
पर्यटन: पर्यटन क्षेत्रों का विकास सहित अन्य सुविधाओं को बढ़ावा देना चाहिए। राज्य में रोड़ नेटवर्क बढ़ाए जाने की जरूरत है। स्व-रोजगार: युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ने के लिए पाठ्यक्रमों में बदलाव करने की जरूरत है। युवाओं को बेहतर शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराने स्कूलों और महाविद्यालयों को सर्वसुविधायुक्त बनाना चाहिए।
खेल : स्कूल और कॉलेजों में खेल को एक अनिवार्य विषय के रूप में शामिल करते हुए खेल की सुविधाएं विकसित करना भी जरूरी है। महिला : लैंगिक भेदभाव, नशाखोरी, बाल विवाह सहित सभी सामाजिक बुराईयों के प्रति जनजागरण अभियान भी चलाने की आवश्यकता है। महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने, उनके कौशल विकास, नए स्टार्टअप शुरू करने के लिए नये कार्यक्रम शुरू करने की जरूरत है।