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PM Modi In Chhattisgarh : सभा में पीएम मोदी ने कही ये बड़ी बातें, अब कर्नाटक के लिए हुए रवाना, देखें video योजना के तहत कक्षा दसवीं में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी तथा कक्षा 12वीं में अध्यनरत विद्यार्थियों को कोचिंग दी जाएगी। प्रदेश के 146 विकासखंड मुख्यालयों तथा चार शहर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर एवं कोरबा सहित 150 कोचिंग सेंटर के माध्यम से राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा प्री-मेडिकल नीट तथा प्री-इंजीनियरिंग आईआईटी की बेहतर रूप से तैयारी के लिए ऑनलाइन कोचिंग प्रदान की जाएगी।
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CG Election 2023 : विधानसभा चुनाव से पहले भरोसा यात्रा निकालकर कांग्रेस पहुंची जनता के बीच, सरकार की योजनाओं का किया प्रचार कोचिंग राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से प्रदान की जाएगी। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से कोचिंग सेंटर की स्थापना की तैयारी कर प्रवेश प्रारंभ कर दिया गया है।
स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना में मेरिट के अनुसार विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। विद्यार्थी को संबंधित विकासखंड, शहर के शासकीय स्कूलों में कक्षा 12 वीं का नियमित विद्यार्थी होना अनिवार्य होगा। विकासखंड मुख्यालय की स्कूलों में कक्षा 12 वीं में जीव विज्ञान तथा गणित संकाय में अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होंगे। प्रत्येक कोचिंग सेंटर में 75 से 100 विद्यार्थियों का प्रवेश दिया जाना है। इसमें प्री-मेडिकल तथा प्री-इंजीनियरिंग के लिए अधिकतम 50-50 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। यह कक्षाएं शाम 3 बजे से 6.30 बजे तक संचालित होंगी।