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तलाश करते हुए परिजन जेल पहुंचे
बिना किसी जानकारी दिए महावीर को रायपुर लाने की जानकारी मिलने पर परिजन तलाश करते हुए सेंट्रल जेल पहुंचे। । जहां पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर हंगामा शुरू हो गया। हंगामा की खबर तेजी से फैली और लोगों तक मामला पहुंच गया। हालांकि जेल प्रशासन के लोगों ने उन्हें चुप कराने का प्रयास किया। साथ ही किसी से घटना का जिक्र नहीं करने की हिदायत दी गई थी।यह है प्रकरण
बलौदाबाजार जिले के ग्राम मड़वा में जमीन प्रकरण को लेकर 1998 में एक व्यक्ति की हत्या हुई थी। इस मामले में महावीर पिता छतराम सहित अन्य लोगों को आजीवन कारावास की सजा हुई थी। 14 साल की सजा पूरी होने पर अच्छे आचरण के लिए 6 साल की सजा माफी का प्रस्ताव रायपुर जेल ने राज्य सरकार को भेजा गया था, लेकिन राज्य सरकार द्वारा सजा कम करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद भी रायपुर सेंट्रल जेल से उसे छोड़ दिया गया। इसकी जानकारी कैदियों और प्रहरियों तक पहुंची कि बिना सरकार की अनुमति सजा माफी देते हुए रिहा कर दिया गया है। इसकी भनक लगते ही जेल के अधिकारियों ने गाज गिरने के डर से रिहा किए गए कैदी को गोपनीय रूप से पकड़ कर लाने के लिए प्रहरियों को भेजा। वह महावीर को झांसा देकर उनके परिजनों को बिना जानकारी दिए रायपुर लाने के बाद जेल में डाल दिया। वहीं बाद में उसे पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई।