चतुर्ग्रही योग का संयोग
पंडित मनोज शुक्ला ने बताया कि 4 नवंबर गुरुवार के दिन कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की अमावस्या तिथि पर दीपोत्सव मनेगा। इस बार चंद्र, मंगल, सूर्य और बुध तुला राशि में रहेंगे। शनि और गुरु मकर में पहले से ही विराजमान हैं। शुक्र ग्रह धनु में और राहु ग्रह वृषभ में रहेंगे। लग्न तुला का बन रहा है और दो नक्षत्रों चित्रा तथा स्वाती के संयोग में प्रीति व आयुष्मान योग बना रहेगा। जो बहुत ही फलदायी है।
महालक्ष्मी पूजन चौघड़िया मुहूर्त
शुभ – सुबह 6 से 7.30 बजे तक
अभिजीत- सुबह 11.36 से 12. 24 बजे तक
लाभ – मध्यान्ह 12 से 1.30 बजे तक
अमृत – दोपहर 1.30 से 3 बजे तक
गोधूलि बेला – 4. 34 से 6.10 बजे तक
स्थिर लग्न-शाम 6.03 से 8.02 बजे तक
मिथुन लग्न -रात्रि 8.02 से 10.15 बजे तक
स्थिर सिंह लग्न-रात्रि 12.30 से 2.40 तक
आज रूप चौदस, यम के नाम पांच दीप
दिवाली पर्व पर से एक दिन पहले 3 नवंबर बुधवार को नरक चतुर्दशी यानी कि रूप चौदस मनेगी। माताएं-बहनें महालक्ष्मी पूजन के लिए रूप निखारेंगी। पूरी तैयारी करेंगी। शाम के पहर घर के कोने-कोने में 14 दीप जाएंगी और पांच दीपक दक्षिण दिशा की ओर यमराज के नाम रखकर सुख-शांति की कामना करेंगी।