बना हुआ है यह सिस्टम एक ट्रफ आंतरिक कर्नाटक से लेकर उत्तरी आंतरिक कर्नाटक होते हुए विदर्भ तक औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। जिसकी वजह से हल्की बादल आ सकते हैं। राजधानी का अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 38 डिग्री और 25 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।
एक सप्ताह बाद आ सकते हैं बादल
उत्तर भारत के आसपास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ चुका है। वर्तमान में विदर्भ से लेकर केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है, लेकिन इसका प्रदेश के मौसम पर विशेष असर नहीं पड़ रहा है। हवाओं के साथ नमी नहीं आने की वजह से वातावरण शुष्क बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी मिलने का सिलसिला थम जाने से पूरे प्रदेश में मौसम साफ हो गया है। हवाओं का रुख कभी दक्षिण-पूर्वी तो कभी पश्चिमी हो रहा है। इस वजह से तापमान लगातार बढ़ने लगा है। मौसम का इस तरह का मिजाज एक सप्ताह बाद हल्के बादलों की आवाजाही हो सकती है।
उत्तर भारत के आसपास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ चुका है। वर्तमान में विदर्भ से लेकर केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है, लेकिन इसका प्रदेश के मौसम पर विशेष असर नहीं पड़ रहा है। हवाओं के साथ नमी नहीं आने की वजह से वातावरण शुष्क बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी मिलने का सिलसिला थम जाने से पूरे प्रदेश में मौसम साफ हो गया है। हवाओं का रुख कभी दक्षिण-पूर्वी तो कभी पश्चिमी हो रहा है। इस वजह से तापमान लगातार बढ़ने लगा है। मौसम का इस तरह का मिजाज एक सप्ताह बाद हल्के बादलों की आवाजाही हो सकती है।
जिला – अधि.- न्यू. रायपुर – 37.8 – 23.0 बिलासपुर – 36.4 – 20.8 पेण्ड्रारोड – 35.0 – 18.0 अंबिकापुर – 35.2 – 15.5 जगदलपुर – 36.5 – 22.2
दुर्ग – 36.6 – 20.4 राजनांदगांव – 39.0 6 20.0