CG Traffic: राजधानी की बढ़ रही आबादी, वैसे ही बदहाल हो रही ट्रैफिक व्यवस्था, पार्किंग के लिए भी मारामारी
CG Traffic: रायपुर शहर की आबादी जैसे-जैसे बढ़ रही है, ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल होती जा रही है। कहीं सड़कों की चौड़ाई नहीं बढ़ी, तो कहीं पार्किंग के लिए भी जगह नहीं है।
CG Traffic: छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर की आबादी जैसे-जैसे बढ़ रही है, ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल होती जा रही है। कहीं सड़कों की चौड़ाई नहीं बढ़ी, तो कहीं पार्किंग के लिए भी जगह नहीं है। नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, परिवहन विभाग जैसे विभागों की अनदेखी के चलते ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार नहीं आ पा रहा है।
CG Traffic: मास्टर प्लान में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कई प्रावधान किए गए थे, लेकिन उसका पालन आज तक नहीं हो पाया है। इसके चलते बार-बार जाम, सड़क हादस, पार्किंग की कमी आदि जैसी समस्याएं बढ़ गई है। त्योहार के सीजन में यह समस्या बढ़ जाती है। रहवासी इलाके में कमर्शियल गतिविधियां बढ़ना, रोड किनार बिना पार्किंग स्थल के बड़े शोरूम खुलना भी इसकी वजह है।
आमापारा चौक, आजाद चौक, शारदा चौक, जयस्तभ चौक, शास्त्री चौक, घड़ी चौक, तेलघानीनाका, रेलवे स्टेशन, फाफाडीह चौक, कचहरी चौक (मेडिकल कॉलेज चौक), गोल बाजार, चिकनी मंदिर चौक, कोतवाली चौक, कालीबाडी चौक, सदर बाजार चौक, चूड़ी लाइन चौक, गुरुनानक चौक, लोधीपारा चौक, मोवा ओवरब्रिज चौक, तेलीबांधा चौक, पचपेड़ीनाका चौक में वाहनों का दबाव अधिक रहता है।
इन स्थानों में अक्सर जाम की स्थिति बनती है। खासकर शाम के समय स्थिति ज्यादा खराब होती है। लोधीपारा, मोवा ओवरब्रिज, शारदाचौक, आमापारा चौक पर काम नहीं हो पाया है। शारदा चौक-आमापारा मार्ग, पंडरी पुराना बस स्टैंड से लोधीपारा चौक मार्ग, खहारडीह चौक से अवंति विहार रोड की चौड़ाई नहीं बढ़ पाई है।
ई-बसों का रूट तय नहीं कर पा रहे
रायपुर में 100 ई-बस चलाने की तैयारी है। इन बसों का अब तक रूट तय नहीं किया जा सका है। इन बसों को किस रूट पर कहां से कहां तक चलाएंगे। यह तय नहीं किया जा सका है। उल्लेखनीय है कि पहले से कई रूटों पर सिटी बस और बीआरटीएस की बसें चल रही हैं। इसके अलावा हर रूट पर बड़ी संया में ई-रिक्शा चल रही है।
मास्टर प्लान 2021 में शहर के चौक-चौराहों और मार्गों की चौड़ाई बढ़ाने का प्रस्ताव था। इनमें से अधिकांश में काम नहीं हो पाया है। जहां काम हुआ है, वहां अवैध पार्किंग होने लगी है। मास्टर प्लान 2031 में 130 एमआर रोड बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। इसके अलावा सेंट्रल एरिया में 76 रोड प्रस्तावित है। इनमें कई सड़कों की चौड़ाई बढ़ानी है।
सड़कों पर बढ़ा दबाव
शहर के सभी सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ा है। वाहनों की संया अधिक होने और कमर्शियल प्रतिष्ठान बढ़ने से यह समस्या बनी है। 8 हजार से अधिक सवारी ऑटो हैं। इसके बाद सिटी बसें और अब ई-रिक्शा भी बड़ी संया में दौड़ रही है। इसके अलावा निजी वाहनों की संया भी तेजी से बढ़ी है। सबसे ज्यादा ई-रिक्शा की संया बढ़ती है, जिससे ट्रैफिक बाधित हो रहा है।
अतिक्रमण व विरोध के कारण सड़क चौड़ाई का काम पूरा नहीं
पिछले मास्टर प्लान में कमल विहार, केनाल रोड, कोटा-गुढ़ियारी रोड, एक्सप्रेस वे आदि का प्रावधान था, जो पूरा हो गया है। कुछ मामलों में अतिक्रमण और विरोध के चलते चौक-चौराहों और सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने का काम पूरा नहीं हो पाता है।
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