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CG Doctors: डॉक्टरों के प्राइवेट प्रेक्टिस पर उठाए सवाल
पत्रिका ने मार्च में मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पतालों में पदस्थ डॉक्टरों के प्राइवेट प्रेक्टिस पर सवाल उठाए थे और सीरिज चलाई थी। यही नहीं जो डॉक्टर नॉन प्रेक्टिस अलाउंस ले रहे हैं, वे भी धड़ल्ले से प्राइवेट प्रेक्टिस कर रहे हैं। ऐसे डॉक्टरों ने तीन सीनियर एचओडी भी शामिल हैंं। वहीं प्रोफेसर व एसोसिएट प्रोफेसर भी एनपीए लेते हुए प्रेक्टिस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक महीने के भीतर जिलों में संचालित निजी पैथोलॉजी सेंटर की सूची तैयार करें। अनियमित पैथोलॉजी लैब को एक साल के भीतर नियमितीकरण करें। अगर इन पैथोलैब के पास वैध दस्तावेज नहीं हैं तो इन्हें आयुष विश्वविद्यालय से डिप्लोमा का कोर्स करने का मौका दिया जाएगा। उन्होंने सरकारी अस्पतालों में पैथोलॉजी लैब को मजबूत करने कहा, जिससे मरीजों को पूरा लाभ मिल सके।