इस दौरान उनसे मारपीट करते हुए उनके मकान को अपने नाम पर करवा लिया। उनसे ब्लैंक चेक में हस्ताक्षर भी करवाए। पीडि़तों ने इसकी शिकायत राखी थाने में की। पुलिस (Crime News) ने आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। अब तक एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पुलिस के मुताबिक कमल तिवारी जांजगीर-चांपा के रहने वाले हैं। उनका बेटा शुभम तिवारी वर्ष 2021 में आईटीएम कॉलेज से बीसीए की पढ़ाई कर रहा था। उसी दौरान उसकी दोस्ती कॉलेज में कैंटिन चलाने वाले के भाई सोहेल अली से हो गई थी। इसके बाद दोनों ट्रांसपोर्टिंग का काम करने लगे। एक साल बाद शुभम ने पढ़ाई छोड़ दी। वह अपने घर चला गया।
Raipur Crime News: 20 जनवरी 2024 को सोहेल के कहने पर शुभम अपनी कार बलेनो सीजी 12/बीजे/0182 को लेकर रायपुर आया। इसके बाद 11 फरवरी 2024 को सोहेल ने ओडिशा के अंगुल से कमल को फोन करके बताया कि उनका लड़का केस में फंस गया है। उसे छुड़ाने पैसों की जरूरत है। कमल अपने परिवार के साथ ओडिशा के अंगुल पहुंचा। वहां सोहेल ने शुभम को ले जाने के लिए कहा और डेढ़ लाख रुपए मांगा। उस समय पैसा नहीं था, तो कार छोड़कर चले गए।
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इसके बाद 20 फरवरी कमल अपनी पत्नी और दोस्त डॉक्टर चंद्रम और अन्य के साथ नवा रायपुर कार लेने पहुंचे। सोहेल ने उन्हें अरण्यम रेस्टोरेंट के पास बुलाया। काफी देर बाद सोहेल अपने एक साथी के पहुंचा। उसने बताया कि कार बिलासपुर रोड में रखी है। फिर सभी संकरी बायपास के पास पहुंचे। वहां पर उनकी तीन कार वालों ने उन्हें घेर लिया। इसके बाद सोहेल ने कट्टा निकाल लिया। इसके बाद कमल और उनके दोस्त को एक कार में बैठाए। उनकी पत्नी व विधि शर्मा को दूसरी कार में ज्योतिका ऋषि के साथ बैठाया गया। सोहेल ने सभी का मोबाइल लूट लिया। इसके बाद सभी को फिर नवा रायपुर लाया गया। इस दौरान उनसे मारपीट की गई। दिनभर इधर-उधर घूमाते रहे। उनका डेढ़ लाख रुपए भी लूट लिया। इसके बाद उन्हें पिरदा के एक फार्म हाउस ले गए। वहां दो दिन तक सभी को बंधक रखा गया। इस दौरान घर को बेचने का एग्रीमेंट कराया गया। चार ब्लैंक चेक में भी हस्ताक्षर करवाए गए। इसके बाद उन्हें धमकी देकर छोड़ा गया। पीडि़त किसी तरह अपने घर गए।