CG Cabinet Minister: एक हफ्ते के अंदर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय नए मंत्री के नामों की घोषणा कर सकते हैं। इसके बाद राजभवन में नए मंत्री को शपथ भी दिलाई जा सकती है। सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जब दिल्ली प्रवास पर थे, उसी समय ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से दो नए मंत्री बनाने को लेकर चर्चा की। साथ ही शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर दो नए नामों पर मुहर भी लग चुकी है। बस उनकी घोषणा होना बाकी है।
CG Cabinet Minister: जातीय समीकरण में जो खरा हो, वही बनेगा मंत्री!
साय सरकार के कद्दावर नेता और वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सांसद बनकर दिल्ली जा चुके हैं। उनकी जगह खाली हुई मंत्री पद सबसे पहले भरे जाएंगे। इस खाली जगह को भरने में अनुभव की दमदारी के बजाय किसी ऐसे नए चेहरे को मौका दिए जाने की चर्चा शुरू हो चुकी है, जो जातीय समीकरणों पर भी खरा हो। फिलहाल इस बात की ज्यादा संभावना है कि मंत्रिमंडल से एक ओबीसी विधायक को बाहर किया जा सकता है। इनकी जगह रायपुर पश्चिम से विधायक राजेश मूणत या फिर बिलासपुर से अमर अग्रवाल को जगह मिल सकती है। इनके अलावा दुर्ग से गजेंद्र यादव और कोंडागांव से लता उसेंडी को साय कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
फाइल लेकर पीएम से मिलने पहुंचे सीएम साय
आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री से मिलकर प्रदेश में चलाई जा रही योजनाओं पर बात की है। मगर सूत्र बता रहे हैं कि बात तो मंत्रिमंडल के विस्तार पर भी हुई है। पार्टी के बड़े नेताओं को सीएम विष्णुदेव साय ने प्रदेश के सियासी और सामाजिक हालातों से अवगत कराया है। खबर है कि मंत्रिमंडल में किस विधायक को मौका दिया जाना है ये तय भी कर लिया गया है।
मंत्रिमंडल को लेकर सीएम बोले- हो जाएगा, इंतजार करिए…
बता दें कि सीएम साय ने दिल्ली रवाना होने से पहले कैबिनेट में बदलाव के सवाल पर कहा था- थोड़ा इंतजार करिए, हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक, हफ्तेभर के भीतर में मंत्री किसे बनाया जाएगा, इसका ऐलान कर दिया जाएगा।
रायपुर से एक और मंत्री देने की मांग
साय मंत्रिमंडल में सरगुजा और बिलासपुर संभाग से ज्यादा लोग हैं। मंत्रिमंडल में सरगुजा से मुख्यमंत्री समेत 4 लोग हैं। बिलासपुर संभाग से डिप्टी सीएम अरुण साव समेत 3 मंत्री शामिल हैं। बस्तर से एक और अब बृजमोहन के सांसद बनने के बाद रायपुर से एक ही मंत्री सरकार में हैं, वे हैं टंकराम वर्मा। रायपुर से हमेशा दो मंत्री तो रहे ही हैं, इस वजह से ये मांग उठ रही है। साय कैबिनेट में दुर्ग संभाग से 2 मंत्री पहले से हैं।