भवन निर्माण से जुडे़ कारोबारियों का कहना है कि यह घर बनाने के लिए काफी अच्छा मौका है। अभी डिमांड नहीं होने के कारण भवन निर्माण सामग्री का बाजार काफी सुस्त है। स्थानीय स्तर पर उठाव नहीं होने के साथ ही बाहरी मांग नहीं होने के कारण कीमतो में गिरावट आई है। बता दें कि अगस्त और सितंबर में भवन निर्माण सामग्री की कीमतों में उछाल आया था। नदियों में पानी भरा होने और डिमांड के चलते खास तौर पर रेत के दाम बढ़े थे। वहीं सीमेंट भी 290 से लेकर 340 रुपए प्रति बोरी थे।
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वर्तमान में ये कीमत सरिया — 46000 से 47000 रुपए प्रति टनसीमेंट — 290 से 320 रुपए प्रति बोरी
ईंट (लाल) 5,500 से 6,000 रुपये प्रति हजार
रेत — 8500 से 9000 रुपए प्रति हाइवा
गिट्टी — 8000 से 9000 रुपए प्रति हाइवा
नहीं मिल रहे मजदूर बिल्डिंग मटेरियल एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि दिवाली त्योहार, विधानसभा चुनाव और धान की कटाई के चलते मजदूर नहीं मिल रहे है। वहीं आचार संहिता के चलते शासकीय कार्य बंद होने के कारण भी उठाव प्रभावित हुआ है। इसके चलते बाजार में मंदी का माहौल है।
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अगले माह से बढ़ सकते हैं दाम छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नचरानी ने बताया कि आने वाले दिनों में स्टील की कीमतों में बढ़ोतरी की ही उम्मीद है। त्योहार अब खत्म हो गए हैं और ऐसे में बाजार में अब मांग शुरू होने सामग्रियों का उठाव होगा। इसके चलते सरिया के दामों में इजाफा होगा। इसलिए दाम हुए कम भवन निर्माण सप्लायर नंद कुमार ठाकुर ने बताया कि डिमांड कम होने के कारण ईंट और रेती के दाम लगातार कम हुए है। धान कटाई और चुनाव के बाद मजदूरों के लौटने पर ईंट और सीमेंट के दाम में कुछ कमी आ सकती है। वहीं अन्य भवन निर्माण सामग्री में इजाफा हो सकता है।
रियल एस्टेट में ऑफर दिवाली के बाद रियल एस्टेट कारोबारियों द्वारा भी अभी अपने प्रोजेक्ट में आकर्षक ऑफर दिए जा रहे है। छूट के साथ ही उपहार दिया जा रहे हैं। बिल्डरों का कहना है कि आमतौर पर दिवाली त्योहार के बाद मंदी का माहौल रहता है। इसे देखते हुए खरीदारों को स्कीम का लाभ दिया जा रहा है।