पैनर से पैदा होने वाली सोलर एनर्जी सीधे उस घर को मिलने के बजाय पहले सप्लाई ग्रिड में जाएगी। ऐसे हर एक घर को प्रति महीने 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी। घरेलू उपयोग के बाद सप्लाई ग्रिड में उपभोक्ता की बची बिजली को बिजली विभाग ही खरीदेगा, जिसका भुगतान वर्ष मेें एक बार आयोग के तय रेट 2.50 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से उपभोक्ता का किया जाएगा।
Budget 2024 Updates: केवल घरेलू उपभोक्ताओं के लिए योजना
पीएम सूूर्यादय योजना केवल घरेलू उपभोक्ताओं के लिए शुरू की गई है। प्रदेश में एक लाख से अधिक सोलर प्लांट लगाने की तैयारी है। छत्तीसगढ़ में आरईसी लिमिटेड को नोडल अधिकारी बनाया गया है। घरेलू उपभोक्ता अपने स्वीकृत भार की क्षमता के रूफटाफ सोलर प्लांट लगवा सकते हैं। इसके लिए छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड ने प्रत्येक जिले में नोडल अधिकारी बनाए हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए भारत का मूल निवासी होना अनिवार्य है। साथ में निजी घर होना चाहिए।
78 हजार रुपए सब्सिडी मिलेगी
तीन किलोवाट के सोलर प्लांट में लगभग 1.45 लाख रुपए की लागत आएगी। पीएम सूूर्यादय योजना के अंतर्गत 78 हजार रुपए की सब्सिडी प्रदान करेगी। शेष 67 हजार रुपए बैंक से सस्ते ब्याज दर में उपलब्ध कराने की (Budget 2024 Updates) सरकार की योजना है। घरेलू परिवारों के लिए लागू सब्सिडी में एक किलोवाट क्षमता पर 30 हजार रुपए, दो किलोवाट पर 60 हजार और तीन किलोवाट के लिए कुल 78 हजार रुपए सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
Union Budget 2024 Highlights: हर महीने बजत बिजली बेचने की व्यवस्था
पीएम सूूर्यादय योजना के तहत अगर घर में दो किलोवाट का सोलर पैनल लगाते हैं। इससे हर महीने 250 या उससे अधिक यूनिट तक बिजली उत्पादन होता और घर की खपत मात्र 200 यूनिट है, तो उपभोक्ता शेष 50 यूनिट या उससे अधिक बिजली बेच सकता है। 300 यूनिट से अधिक खपत होने पर तीन किलोवाट का सोलर पैनल लगाना होगा।