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रायपुर

जल्द ही बंद होगी आंबेडकर अस्पताल ! हिप और नी रिप्लेसपेंट पर लगेगा रोक, बढ़ेगी मरीजों की समस्या

Ambedkar Hospital : आंबेडकर अस्पताल में हिप एंडी नी रिप्लेसमेंट कभी भी बंद हो सकता है।

रायपुरFeb 19, 2024 / 08:04 am

Kanakdurga jha

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पीलूराम साहू

Ambedkar Hospital : आंबेडकर अस्पताल में हिप एंडी नी रिप्लेसमेंट कभी भी बंद हो सकता है। दरअसल इंटरनेशनल कंपनी ने इंप्लांट सप्लाई करने से हाथ खड़ा कर दिया है। डेप्यू नामक कंपनी भारत में अपना कारोबार समेट रही है। इस संबंध में कंपनी ने अस्पताल प्रबंधन को इसकी जानकारी दे दी है। हिप और नी रिप्लेसमेंट बंद होने से मरीजों की समस्या बढ़ जाएगी। दरअसल आयुष्मान भारत के पैकेज में फ्री इलाज केवल आंबेडकर अस्पताल में होता है। जबकि निजी अस्पतालों में ये ऑपरेशन कराने के लिए करीब डेढ़ से दो लाख रुपए खर्च होता है। पांच साल पहले कांग्रेस सरकार ने निजी अस्पतालों के लिए आयुष्मान के पैकेज से इस बीमारी को हटा दिया गया है।
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हिप एंड रिप्लेसमेंट एक बड़ी सर्जरी है और हड्डी रोगों के अनुभवी डॉक्टर इसे करते हैं। प्रदेश में केवल आंबेडकर अस्पताल में इसकी सर्जरी फ्री हो रही है। दो माह पहले कंपनी ने इंप्लांट सप्लाई करने से मना कर दिया है। इस कारण आने वाले दिनों में कभी भी ये सर्जरी बंद हो सकती है। आंबेडकर में हर माह 4 से 5 हिप एंड नी रिप्लेसमेंट सर्जरी होती है। हिप के लिए 65 हजार और नी के लिए 70 हजार का इंप्लांट आता है। यह इंपोर्टेड है इसलिए डॉक्टरों के अनुसार इसकी क्वालिटी भी अच्छी है। राजधानी में आंबेडकर के अलावा 4 बड़े निजी अस्पतालों में ये सर्जरी हो रही है।

केवल एक सरकारी अस्पताल में है ये सुविधा, हर माह 20 मरीज

प्रदेश में केवल आंबेडकर अस्पताल में हिप और नी रिप्लेसमेंट सर्जरी होती है। माह में प्रदेशभर से करीब 15 से 20 मरीज आते हैं। इनमें 5 की सर्जरी आंबेडकर अस्पताल में होती है। बाकी निजी अस्पतालों में चले जाते हैं। निजी अस्पतालों में इस सर्जरी में डेढ़ से दो लाख रुपए खर्च होता है। कई मरीज आयुष्मान कार्ड लेकर जाते हैं, लेकिन निजी अस्पतालों में इस सर्जरी को बाहर करने के कारण उन्हें कैश देकर सर्जरी करानी पड़ रही है। इससे मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है। निजी अस्पतालों का कहना है कि वे पैकेज में फ्री इलाज करना चाहते हैं, लेकिन पैकेज में शामिल नहीं होने के कारण मरीजों से कैश लेना पड़ रहा है।
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मेडिकल कॉलेजों में शुरू होना चाहिए ऑपरेशन
हिप एंड नी रिप्लेसमेंट सर्जरी केवल आंबेडकर अस्पताल में हो रही है। जानकारों के अनुसार सिम्स बिलासपुर, जगदलपुर जैसे बड़े सरकारी कॉलेजों में भी ये सर्जरी शुरू होनी चाहिए। ताकि मरीजों को रायपुर की दौड़ लगाने की जरूरत न पड़े। प्रदेश में 10 सरकारी मेडिकल कॉलेज है। ऐसे में केवल एक कॉलेज अस्पताल में ये सर्जरी होने से मरीजों की समस्या बढ़ जाती है।

एक्सपर्ट व्यू
अपनी मर्जी से स्टेराइड व शराब के ज्यादा सेवन से हड्डियां कमजोर हो रही हैं। खासकर ज्यादा शराब के सेवन से हिप की जोड़ खराब हो रही है। ऐसे ज्यादातर मामलों में हिप रिप्लेसमेंट की जरूरत पड़ रही है। आयुष्मान भारत के पैकेज में हिप एंड नी रिप्लेसमेंट सर्जरी को शामिल करने से जरूरतमंद मरीजों को फायदा होगा। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। एक उम्र के बाद हिप व नी की जोड़ खराब होने की आशंका बनी रहती है।
डॉ. सुनील खेमका, सीनियर ऑर्थोपीडिक सर्जन व डायरेक्टर नारायणा अस्पताल

अस्पताल में कई ऐसे मरीज आते हैं, जो आयुष्मान कार्ड से हिप और नी रिप्लेसमेंट सर्जरी फ्री में कराना चाहते हैं। पैकेज में यह ऑपरेशन शामिल नहीं होने के कारण मरीजों को लौटना भी पड़ रहा है। ये स्थिति भी अस्पताल के लिए अच्छी नहीं रहती। मजबूरी में हमें कैश लेकर ये इलाज करना पड़ता है। पहले यह सर्जरी पैकेज में फ्री में की जा रही थी। आयुष्मान भारत योजना में इस सर्जरी को शामिल करने से जरूरतमंद मरीजों को लौटना नहीं पड़ेगा।
– डॉ. देवेंद्र नायक, चेयरमैन श्री बालाजी अस्पताल

पत्रिका व्यू
हिप एंड नी रिप्लेसमेंट सर्जरी उम्र के साथ जरूरत पड़ने वाली सर्जरी है। भागमभाग वाली जिंदगी में खासकर सड़क दुर्घटना में हिप व नी की हड्डी फ्रैक्चर हो जाती है। इस कारण भी हिप व नी रिप्लेसमेंट की जरूरत पड़ती है। सरकार को मरीजों के हित का ध्यान रखते हुए इस सर्जरी को आयुष्मान भारत के पैकेज में शामिल करना चाहिए। अगर कोई अस्पताल इसका गलत फायदा उठा रहा है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी होनी चाहिए। कहने का मतलब ये है कि मॉनिटिरंग अच्छी होनी चाहिए। ताकि जरूरतमंद मरीज समय पर ऑपरेशन करा सके।

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