पुलिस ने दोनों मुख्य आरोपी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया। सभी को पैदल घुमाया गया। आरोपियों के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है। इसी तरह की घटना लॉकडाउन के क्वींस क्लब में भी हुई थी। पुलिस के मुताबिक ऊर्जा पार्क के पास हाइपर क्लब में शनिवार को देर रात तक पार्टी चल रही थी। इसमें गुढि़यारी निवासी होलसेल कारोबारी विकास अग्रवाल भी शामिल था। क्लब से निकलते समय पार्किंग में भाठागांव निवासी हिस्ट्रीशीटर रोहित सिंह तोमर, सारंग मंधानी, मयूर प्रेमचंदानी व अन्य लोगों ने उसे घेर लिया। उसकी कार के सामने अपनी कार सीजी 07 सीएम 1111 को अड़ा दिया। फिर रोहित और उसके साथी गाली-गलौज करते हुए बैट, हॉकी, चाकू, बीयर की बॉटल आदि से विकास पर हमला कर दिया। उसकी जमकर पिटाई करने लगे। विकास के बाउंसर को भी पीटने लगे और कार में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इससे गुस्साए विकास ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से रोहित पर फायरिंग की। दो राउंड फायरिंग की, लेकिन उसका निशाना चूक गया। फायरिंग से घबराकर रोहित और उसके साथी वहां से भाग निकले।
यह भी पढ़ें
CG Weather Update: तेज हवाओं के साथ प्रदेश के इन जिलों में होगी ताबड़तोड़ बारिश, गिरेंगे ओले…Alert जारी
क्लब में अफरातफरी Bullet fired in club of Raipur VIP Road: फायरिंग और मारपीट से क्लब में अफरातफरी मच गई। क्लब के बाउंसरों ने विकास को पकड़ लिया। घटना की सूचना मिलने पर तेलीबांधा पुलिस क्लब पहुंची। पुलिस ने विकास अग्रवाल, हिस्ट्रीशीटर रोहित सिंह तोमर, उसके साथी सारंग मध्यांह और सुमित धामेजा को गिरफ्तार कर लिया। बाकी आरोपी फरार हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ हत्या की कोशिश का अपराध दर्ज किया है। रविवार दोपहर को पुलिस ने सभी आरोपियों को पैदल घुमाया। इसके बाद जेल भेज दिया। यह थी वजह पुलिस के मुताबिक हिस्ट्रीशीटर रोहित और विकास दोनों एक-दूसरे को जानते हैं। विकास की गर्लफ्रेंड का रोहित से भी संबंध बन गए थे। इसका खुलासा होने पर विकास और रोहित के बीच 3 जनवरी को वीआईपी रोड के ग्रैंड नीलम होटल में झगड़ा हुआ था। रोहित ने विकास को जान से मारने की धमकी दी थी।
मंदिरहसौद में कर चुका है बवाल सूत्रों के मुताबिक हिस्ट्रीशीटर रोहित ने 4 फरवरी को भी मंदिरहसौद के एक रेस्टोरेंट में जमकर गुंडागर्दी की थी। एक लड़की से मारपीट की थी। पीडि़ता ने थाने में शिकायत भी की थी। बाद में इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस का दावा है कि लड़की ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी।
कई मामले दर्ज हैं रोहित पर रोहित पुरानी बस्ती थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ कोतवाली थाने में भी ब्याज वसूली, ब्लैकमेलिंग, गुंडागर्दी के मामले सहित एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उसके भाई व अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ भी धोखाधड़ी व अन्य अपराध दर्ज हुए हैं। वर्ष 2019 में भी रोहित उसके भाई को पुलिस गिरफ्तार कर पैदल घुमाया था। करीब दो साल पहले एक अस्पताल में फायरिंग हुई थी। उसमें भी रोहित के हाथ होने का शक जताया जा रहा है। रोहित का ब्याज का धंधा है। इसी तरह आरोपी विकास अग्रवाल दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है।
नियम-कायदे ताक पर फायरिंग की घटना ने एक बार फिर देर रात तक चलने वाले नाइट क्लबों की पोल खोल दी है। आबकारी विभाग और पुलिस का दावा है कि रात 11.30 बजे तक सभी क्लब और पब बंद हो जाते हैं, लेकिन हाइपर क्लब में नियम-कायदों को ताक पर रखकर देर रात तक पार्टी चल रही थी। क्लब में देर रात तक शराब पीने का इंतजाम रहता है। इसके चलते नशेडि़यों और अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का वहां जमावड़ा लगा रहता है।
दूसरी बार गोलीकांड इसी तरह लॉकडाउन के समय वीआईपी रोड के क्वींस क्लब में भी नशे में धुत एक व्यक्ति ने गोली चलाई थी। इसके बाद वहां ड्रग्स के बड़े एक नेटवर्क का खुलासा हुआ था। लॉकडाउन होने के बावजूद वहां नशे की पार्टी चल रही थी। अब हाइपर क्लब में गोली चली है।
कहने लगे गुंडागर्दी पाप है…पुलिस हमारा बाप है नाइट क्लब में रात में गुंडागर्दी करने वाले बदमाशों को पुलिस ने रात में गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद दोपहर करीब 3 बजे हिस्ट्रीशीटर रोहित, विकास और अन्य लोगों को पुलिस ने सुबह पैदल घुमाया। इस दौरान आरोपियों के मुंह से यही निकलता रहा कि गुंडागर्दी पाप है, पुलिस हमारा बाप है।