इस तरह के दो मामले जिले में आए हैं। एक मामले में रायगढ़ की पीड़िता से करीब 12 लाख रुपए की ठगी हुई तो दूसरे मामले में रायगढ़ के ठगबाजों ने बिलासपुर के एक रेलवे कर्मी से 20 लाख रुपए से अधिक की ठगी की है। दोनों मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है।
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Patrika Abhiyaan: जागरूकता से ही किया जा सकता है बचाव
मौजूदा मामले पर गौर करें तो बिलासपुर के तोरवा पुलिस ने आवाज बदल कर ठगी करने वाले मामले में रायगढ़ जिले के पुसौर थाना क्षेत्र अंतर्गत तड़ोला के तीन युवकों को गिरतार किया है। बिलासपुर पुलिस के अनुसार ठगी के इस मामले में प्रीतम महंत 26 वर्ष वार्ड क्रमांक 9 जकेला थाना पुसौर, कामेष साव 24 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 7 राम नगर कोड़ातराई, हेमसागर पटेल उर्फ डिकेश 22 वर्ष वार्ड क्रमांक 4 जकेला थाना पुसौर शामिल है। पुलिस ने बताया कि जांजगीर चांपा जिला अंतर्गत पाली गांव निवासी मुरली पटेल 53 वर्ष वर्तमान में तोरवा के रेलवे कालोनी में रहते हैं। उनके फेसबुक पर युवती का फ्रैंड रिक्वेस्ट आया। फ्रैंड रिक्वेस्ट स्वीकार करते ही मैसेज से बातचीत शुरू हुई और फिर मोबाइल नंबर का आदान प्रदान हुआ। इसके बाद सीधे बातचीत शुरू हो गई। यहां ठगों के द्वारा मुरली से बातचीत युवती की आवाज में कर रहे थे। इस तरह फेसबुक की यह दोस्ती प्यार में बदली और ठगी का सिलसिला शुरू हुआ। फ्रेेसबुक फ्रैं ड ने आवश्यकता बताते हुए रुपए की मांग की।
सोच समझ कर करें भरोसा
शुरुआत में क्षमता के अनुरूप मुरली ने रुपए दिए, लेकिन जब पानी सिर से ऊपर हुआ तो वह इंकार कर दिया। ठगों ने फिर भी हार नहीं मानी और ठगी का सिलसिला बढ़ाते हुए मुरली के प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड नोट लिखा और मुरली को भेज दिया। इस समय वे पुलिस का भय भी दिखाए। इस भय के बाद मुरली ने फिर से रुपए भेजना शुरू कर दिया। इस तरह करीब 20 लाख रुपए से अधिक वह गंवा चुका। लगातार रुपए गंवाने के बाद मुरली परेशान हो गया और मामले में स्वयं पुलिस की शरण ली। मामले की रिपोर्ट पर जब जांच शुरू हुई तब यह मामला उजागर हुआ कि फेसबुक की यह फ्रैंड लड़की नहीं होकर लड़का है और वे प्रीतम महंत, कामेष साव व हेमसागर उर्फ डिकेश पटेल हैं। पुलिस ने तीनों आरोपियों को रायगढ़ से गिरतार बिलासपुर ले गई है।
तीन आवाज बदल कर युवती से ठगे 12 लाख
इसी तरह आवाज से धोखा खाने का मामला रायगढ़ में एक साल पहले वर्ष 2023 में भी आ चुका है। शहर के कांशीराम चौक क्षेत्र निवासी एक युवती से 12 लाख से अधिक की ठगी हो चुकी है। बताया जा रहा है कि आरोपी युवक जांजगीर चांपा जिला का निवासी था। दोनों में परिचय होने के बाद आरोपी युवक करण महंत पीड़िता से नौकरी लगाने के नाम पर 12 लाख रुपए ले लिया था। 12 लाख गंवाने के बाद भी जब नौकरी नहीं लगी तो पीड़िता ने जूटमिल पुलिस से रिपोर्ट की। पुलिस ने मामले की जांच कर आरोपी को गिरतार किया। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि आरोपी करण महंत मिमिक्री करता था और तीन चाल अलग-अलग मोबाइल नंबर चलता था। एक ही आदमी किसी शासकीय आफिस का कभी बाबू तो कभी बड़ा अधिकारी बन कर युवती से बात करता था और रुपए एंठता था। जूटमिल पुलिस ने इस मामले को न्यायालय में पेश कर दिया है।
लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम को देखते हुए साइबर सेल की पुलिस लगातार जागरूकता अभियान चला रही है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा गांव गांव पहुंच रही है। इस बीच साइबर क्राइम और ठगी से बचने के लिए विभिन्न प्रकार की जानकारी भी दे रही है। साइबर सेल प्रभारी अभिनव उपाध्याय का कहना है कि साइबर क्राइम से बचाने के लिए जागरूकता बेहद आवश्यक है। जागरूकता से ही बचाव हो सकता है।