इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तराईमाल के उज्जलपुर स्थिति तिवारी ढाबा में लैलूंगा के झगरपुर निवासी सहेस प्रधान उर्फ पुच्चू प्रधान पिछले ढाई साल से सप्लायर का काम करता था। चार माह पहले ही उक्त ढाबा में मिस्त्री काम करने के लिए तमनार के गोढी निवासी लक्ष्मण साय पिता अमर साय सिदार आया और वहां काम करने लगा। दिन भर काम करने के बाद दोनों ढाबा में ही सोते थे। वहीं ढाबा का मालिक रायगढ़ के फटहामुड़ा में रहने के लिए अपने किराए के मकान में चला जाता था। बीते २९ नवंबर की रात मिस्त्री लक्ष्मण साय व सप्लायर सहेस प्रधान दोनों ढाबा में सोने की तैयारी कर थे। इस समय दोनों के बीच ढाबा में काम करने कीे बात को लेेकर विवाद शुरू हुआ। देखते ही देखते विवाद ऐसा बढ़ा कि दोनों के बीच मारपीट होने लगी। इस मारपीट में मिस्त्री ने ढाबा में रखे लोहे का रॉड उठा लिया और सप्लायर सहेस प्रधान के ऊपर वार कर दिया। इस घटना से सप्लायर की मौके पर मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद मिस्त्री ने साक्ष्य छिपाने की मंशा से लाश को पास ही बहने वाले नाला में फेंक दिया। वहीं सुबह मौके से फरार होने की तैयारी कर रहा था। इसी बीच पुलिस को मामले की सूचना मिली। ऐसे में पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार लिया।
आरोपी ने चौकीदार को भी धमकाया पुलिस की माने तो ढाबा में चौकीदार थी अपनी ड्यूटी पर था। घटना से वह पूरी तरह भयभीत हो गया। आरोपी मिस्त्री ने उसे घटना का किसी से जिक्र करने की बात कहते हुए धमकाया भी था। इससे वह पूरी तरह भयभीत था। वहीं रात को तीन बजे के करीब मौका से फरार होने की बात कही थी, लेकिन उसके फरार होने से पहले ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।