उल्लेखनीय है कि रक्षाबंधन के दिन पुसौर थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ गैंगरेप किया गया था। पीड़िता ने मामले की शिकायत दूसरे दिन पुलिस से की। सूचना मिलते ही पुलिस ने मामले में एक नाबालिग साहित सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें घटना के तीसरे दिन न्यायालय में पेश कर दिया। वहीं एक नाबालिग आरोपी फरार था। पुलिस उसकी पतासाजी कर रही थी।
यह भी पढ़ें
CG Gang Rape Case: रक्षाबंधन के दिन आदिवासी महिला से गैंगरेप, पहले 10 से ज्यादा युवकों ने बनाया बंधक फिर…बारी-बारी से नोंचा
बताया जा रहा है कि उक्त आरोपी का मामा घर रायगढ़ जिले से लगे ओडिशा प्रांत के झारसोगुड़ा जिला अंतर्गत रेंगाली थाना क्षेत्र में थी। ऐसे में उक्त आरोपी पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए मामा घर चला गया था। वह खेत की ओर गया था। उक्त क्षेत्र में शिकारियों के द्वारा वन्य प्राणियों का शिकार करने के लिए करंट बिछाया गया था। आरोपी नाबालिग उस करंट की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई। मामले की जानकारी मिलते ही रायगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और ओडिशा पुलिस की मदद से उसका ओडिशा प्रांत में ही पीएम कराया। पीएम के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव परिजनों को सौंप दी। बताया जा रहा है कि मृतक आरोपी के पिता शव को लेकर अपने गांव पहुंचे जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया।
रेपकांड पर सियासत
दुष्कर्म की इस घटना को लेकर सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस ने मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित की। वहीं गुरुवार को पूर्व मंत्री उमेश पटेल पीड़िता के घर पहुंचे थे। वहां उन्होंने दोषियों को सत सजा दिलाने का ढांढस भी पीड़िता व उसके परिजनों को बंधाया। साथ ही शासन से मिलने वाली राहत राशि भी पीड़िता को दिलाए जाने की बात कही। वहीं इस मामले में रायगढ़ विधायक व प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने मीडिया से रूबरू होकर कहा कि इस मामले में पुलिस संजीदगी से काम कर रही। घटना के 24 घंटे के भीतर एफआईआर व एफआईआर के 24 घंटे के भीतर सात आरोपियों की गिरतारी की गई। वहीं उन्होंने यह अपील करते हुए कहा कि मानवता व पीड़िता के भविष्य को देखते हुए उसकी पहचान उजागर नहीं होना चाहिए।