आरोपियों ने महिलाओं से प्रति व्यक्ति 30,000 की मांग की। आर्थिक असमर्थता के चलते महिलाओं को 10-10 के समूह में जोड़कर बैंक से लोन दिलवाया गया। इसके बाद महिलाओं के नाम पर दुकानें खुलवाई गईं, लेकिन आय को डायरेक्टर अखिलेश सिंह और उनके सहयोगियों ने हड़प लिया। महिलाओं को 2,700 मासिक भुगतान करने का वादा किया गया था, लेकिन यह वादा भी पूरा नहीं किया गया। इस धोखाधड़ी के कारण महिलाओं पर बैंक के कर्ज में आ गई।
CG Fraud News: धरमजयगढ़ के नीचे पारा में था ब्रांच
कंपनी के डायरेक्टर अखिलेश सिंह, राजू सिंह, गुडिया सिंह, बलराम बंजारा, श्याम सिंह और मंजू चौहान ने मिलकर धरमजयगढ़ के नीचेपारा में ब्रांच स्थापित की। ग्राम चैनपुर, सिथरा, जबगा और जमाबीरा की 165 महिलाओं से लगभग 49.5 लाख रुपए ठगे।
आरोपियों ने आईडी पंजीकरण, बैंक लोन और कमीशन के नाम पर महिलाओं को ठगा। पीड़ित के आवेदन पर धरमजयगढ़ पुलिस ने लोरा मैक्स कंपनी के डायरेक्टर अखिलेश सिंह, राजू सिंह, गुडिया सिंह, बलराम बंजारा, श्याम सिंह, मंजू चौहान पर धारा 318(2), 318(4), 336, 338, 3(5)के तहत अपराध किया है।
गिरफ्तारी और बरामदगी
मामले की शिकायत पर पुलिस ने सिथरा गांव में छापेमारी की और आरोपिया मंजू चौहान पति रामस्वरूप चौहान उम्र 31 वर्ष को हिरासत में लिया। आरोपिया अपना जुर्म स्वीकार करते हुए कंपनी के डायरेक्टर अखिलेश सिंह, सह संचालक राजू सिंह एवं गुडिया सिंह, बलराम बंजारा एवं श्याम सिंह के संपर्क में रहकर साथ में मिलकर लोगों का आईडी बनाकर धरमजयगढ़ क्षेत्र सें 165 महिलों से पैसा लेकर कंपनी में डालकर कमीशन पाना बताया। आरोपी महिला के कब्जे से पुलिस ने 120 आईडी लगाने पर मिली स्कूटी, 62 महिलाओं का नगदी रकम की रसीद पावती, एक रजिस्टर, एक डायरी (जिसमें
महिलाओं के आई डी, दिलाए गए बैक लोन डिटेल), लोरा मैक्स कंपनी में प्रचार सामाग्री जब्त की है। अपराध विवेचना में छत्तीसगढ निक्षेपकों का संरक्षण अधिनियम की धारा 6,10 जोड़ा गया।
लोरा मैक्स कंपनी के जालसाजी का यह मामला मूल रूप से कोरबा, जांजगीर चांपा और रायगढ़ जिले में चल रहा था। इन तीनों जिले से सैकड़ों स्व सहायता समूह की महिलाएं उक्त कंपनी में झांसे में आ चुकी थी। कंपनी द्वारा धोखाधड़ी किए जाने पर ऐसी महिलाएं ज्यादा परेशान हुए जो कंपनी में अन्य महिलाओं को जोड़ने के लिए सक्रिय होकर आगे थे।
खुदकुशी के बाद हरकत में आई पुलिस
इसी क्रम में जांजगीर चांपा जिला अंतर्गत चांपा थाना क्षेत्र के बाराद्वार अंतर्गत डारंग गांव के संतोष साहू की पत्नी भी सक्रिय थी। वह करीब 380 महिलाओं को अपनी नीचे जोड़ चुकी थी। जब कंपनी बंद हुई तो सभी महिला से तगादा करने उनके घर पहुंचने लगे। पत्नी के पास आने वाले तगादा से परेशान होकर बीते गुरुवार को संतोष साहू ने जहर सेवन कर खुदकुशी कर ली। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और रायगढ़ के अलावा कोरबा में भी कार्रवाई की। धरमजयगढ़
पुलिस ने बेरोजगार महिलाओं को स्व-रोजगार के नाम पर धोखा देकर बैंक लोन का दुरुपयोग करने वाली एक संगठित कंपनी का खुलासा किया है। इस कार्रवाई में आरोपी मंजू चौहान को गिरतार कर जेल भेज दिया गया है। इस मामले में क्षेत्र के करीब 165 महिलाओं से 49 लाख 50 हजार रुपए की ठगी का आरोप है।
धोखाधड़ी में शामिल अन्य आरोपी
लोरा मैक्स कपनी के संचालक डायरेक्टर अखिलेश सिंह पिता स्व हरपालसिंह उम्र 28 वर्ष, राजू सिंह पिता स्व. हरपालसिंह उम्र 32 वर्ष एवं गुडिया सिंह पति राजू सिंह उम्र 30 वर्ष तीनों निवासी इमलीडुग्गू सीतामणी थाना सिटी कोतवाली कोरबा, जिला कोरबा के विरूद्ध थाना सिटी-कोतवाली कोरबा में भी दर्ज हैं। इसमें आरोपियों को गिरतार किया गया है। वहीं
आरोपी बलराम बंजारा एवं श्याम सिंह फरार हैं, जिनकी पतासाजी पुलिस टीम कर रही है। गिरतार आरोपिया को मंजू चौहान को धरमजयगढ़ पुलिस ने गिरतार कर रिमांड पर भेजा गया है।