पकड़े जानें के डर से की थी पुजारी की हत्या पूछताछ पर इन्होंने बताया कि वह रात में कंही चोरी की योजना बनाकर जा रहे थे बरसात हो रही थी बरसात से बचने के लिए राम जानकी मंदिर अनापुर नवाबगंज में चले गए को तभी मंदिर के पुजारी उनको चिल्ला रहा था तभी उन्होंने पकड़े जानें के डर से पुजारी के ही गमछा को उसके गले में फंसा दिया फिर उसके हाथ पैर बांध कर मंदिर परिसर के पेड़ के ही नीचे फेंक कर मोटरसाइकिल से भाग गए थे।