नगर निगम के अनुसार शहर में 70000 से अधिक है आवारा कुत्तों की संख्या है इसको नियंत्रित करने के लिए नगर निगम की ओर से हरियाणा की संस्था को आवारा कुत्तों की नसबंदी करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए हड्डी गोदाम में नसबंदी केंद्र खोला गया तो नसबंदी के दौरान कुत्तों की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा था नसबंदी करने पर जिस टांका लगाने के लिए जिस धागे का प्रयोग किया जा रहा था ना तो वह गुणवत्तापूर्ण था इसके अलावा नसबंदी के बाद कुत्तों को ना तो उचित आहार दिया जा रहा था ना उनकी देखरेख अच्छे से हो रही थी।सूत्रों की मानें तो लापरवाही करने के चलते नसबंदी के दौरान कई कुत्तों की मौत हो गई थी कई संस्थानों की ओर से नगर आयुक्त और शासन से शिकायत की गई नगर आयुक्त ने टीम गठित करके जब जांच कराई तो मामला सही पाएगा जनवरी के अंतिम सप्ताह में संस्था को डिबार कर दिया गया है।