इस बड़ी कार्रवाई से माफिया के वकील विजय मिश्र पर कानूनी शिकंजा काफी कस गया है। जेल से बाहर आने के बाद भी अब पुलिस विजय मिश्र का दरवाजा खटखटाती रहेगी। विजय मिश्र के खिलाफ अलग अलग थानों में कुल 9 मुकदमे दर्ज हैं। दरियाबाद के एक लकड़ी कारोबारी से रंगदारी मांगने के आरोप में विजय मिश्र को जेल भेजा गया था।
उमेशपाल मर्डर केस में है आरोपी
माफिया अतीक की मौत के बाद उसकी बेनामी संपत्ति बिकवाने के लिए वकील विजय मिश्रा लगा हुआ था। वह लखनऊ के एक होटल में ही जमीन की डील कर रहा था। जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। इसके अलावा उमेशपाल मर्डर केस में पुलिस ने उसके खिलाफ अहम साक्ष्य जुटाए थे। जांच में पुलिस को पता चला था कि बरेली जेल में बंद अशरफ और वकील के बीच 50 दिनों में 40 बार बात हुई थी। इतना ही नहीं उमेश पाल की हत्या के कुछ देर पहले ही विजय मिश्रा की अशरफ से 6 बार बात हुई थी।
माफिया अतीक की मौत के बाद उसकी बेनामी संपत्ति बिकवाने के लिए वकील विजय मिश्रा लगा हुआ था। वह लखनऊ के एक होटल में ही जमीन की डील कर रहा था। जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। इसके अलावा उमेशपाल मर्डर केस में पुलिस ने उसके खिलाफ अहम साक्ष्य जुटाए थे। जांच में पुलिस को पता चला था कि बरेली जेल में बंद अशरफ और वकील के बीच 50 दिनों में 40 बार बात हुई थी। इतना ही नहीं उमेश पाल की हत्या के कुछ देर पहले ही विजय मिश्रा की अशरफ से 6 बार बात हुई थी।