निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त ने रेल खंड के अंतर्गत आने वाले ट्रैक्शन, सिग्नल, गेट, ओचई, ब्रिज, ट्रैक –पॉइंट्स आदि सभी इंस्टॉलेशन तथा उनकी कार्य क्षमता की गहनता से परख की गई। इस दौरान उन्होंने इंस्पेक्शन कैरिज तथा मोटर ट्रॉली के माध्यम से सभी प्रकार के छोटे बड़े नए संस्थापनो को बारीकी से देखा।
यंहा से हुई निरीक्षण की शुरुवात प्रयागराज छिवकी से निरीक्षण प्रारंभ कर रेल संरक्षा आयुक्त ने सर्वप्रथम प्रयागराज छिवकी स्टेशन यार्ड का निरीक्षण किया। इसी क्रम में उन्होंने करछना यार्ड का, लेवल क्रॉसिंग संख्या 31, 32 एवं 34 का अवलोकन करते हुए, संख्या 20 का भी संरक्षा की दृष्टि से जायजा लिया।
110 किमी प्रति घंटे से दौड़ी ट्रेन निरीक्षण के बाद नई रेल लाइन पर 110 प्रति घंटे की अधिक रफ्तार से स्पीड ट्रेन के माध्यम से ट्रैक की गुणवत्ता राइडिंग क्वालिटी आदि की परख ली गई इस दौरान संरक्षा संबंधित सभी संस्पाथनों का सघन निरीक्षण का परख की गई।
सुजीत कुमार
उप मुख्य अभियंता निर्माण प्रथम आज प्रयागराज छिवकी–करछना 8 किमी के सेक्शन का रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया गया।इस सेक्शन के खुलने से हावड़ा, बिहार की ओर से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों को काफी निजात मिलेगी ये ट्रेनें अब आउटर में नहीं फसेंगी। करछना तहसील के पांच गांवो की जमीन अधिग्रहण के बाद इस सेक्शन को खोलने में सफलता मिली हैं।
उप मुख्य अभियंता निर्माण प्रथम आज प्रयागराज छिवकी–करछना 8 किमी के सेक्शन का रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया गया।इस सेक्शन के खुलने से हावड़ा, बिहार की ओर से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों को काफी निजात मिलेगी ये ट्रेनें अब आउटर में नहीं फसेंगी। करछना तहसील के पांच गांवो की जमीन अधिग्रहण के बाद इस सेक्शन को खोलने में सफलता मिली हैं।