रायबरेली में दोनों को हुआ था प्यार
प्रयागराज के मेजा अकोढ़ा गांव का रहने वाला एक युवक रायबरेली में अपने पिता के साथ रहता था। उसके पिता वहीं अध्यापक थे। उसी दौरान उसे बगल के ही एक युवती से प्रेम हुआ और दोनों एक दूसरे से मिलने जुलने लगे थे। कुछ दिन बाद युवक गांव आ गया और उसकी शादी कोरांव के एक लडक़ी से तय हो गई। ६ फरवरी को उसकी शादी थी और वह बारात लेकर निकलने वाला था कि प्रेमिका ने थाने पहुंचकर सारा मामला बदल दिया।
प्रयागराज के मेजा अकोढ़ा गांव का रहने वाला एक युवक रायबरेली में अपने पिता के साथ रहता था। उसके पिता वहीं अध्यापक थे। उसी दौरान उसे बगल के ही एक युवती से प्रेम हुआ और दोनों एक दूसरे से मिलने जुलने लगे थे। कुछ दिन बाद युवक गांव आ गया और उसकी शादी कोरांव के एक लडक़ी से तय हो गई। ६ फरवरी को उसकी शादी थी और वह बारात लेकर निकलने वाला था कि प्रेमिका ने थाने पहुंचकर सारा मामला बदल दिया।