ये हमला जिस वक्त हुआ उस वक्त दोनों को जांच के लिए ले जाया जा रहा था। दोनों के शवों को मेडकल कॉलेज के अंदर ले जाया गया है। मौके पर धार्मिक नारे सुने गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस वजह से अतीक अहमद गुस्से में था
आज दोपहर में चकिया में असद के शव को कब्रिस्तान में दफना दिया गया। बिना अतीक और शाइस्ता के ही असद को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया । इस वजह से अतीक अहमद बेहद गुस्से में था। गुस्से की वजह से वह पुलिस के सवालों का ठीक से जवाब तक नहीं दे रहा था।
आज दोपहर में चकिया में असद के शव को कब्रिस्तान में दफना दिया गया। बिना अतीक और शाइस्ता के ही असद को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया । इस वजह से अतीक अहमद बेहद गुस्से में था। गुस्से की वजह से वह पुलिस के सवालों का ठीक से जवाब तक नहीं दे रहा था।
ज्यादातर सवालों पर वह चुप्पी साध ले रहा है। किसी-किसी सवाल पर अतीक बोल रहा है कि उसे कुछ मालूम नहीं है। उमेश पाल मर्डर केस में प्रयागराज पुलिस धूमनगंज थाने के विवेचना कक्ष में अतीक और अशरफ से अलग-अलग पूछताछ कर रही थी।
बेटे की मौत के सदमे से बाहर भी नहीं निकला था की…
इसी बीच अतीक अहमद ने कहा था कि कल ही तो इतनी पूछताछ की थी, ‘आज मुझे बेटे की यादों के साथ तनहा छोड़ दो। बेटे की मौत के सदमे से बाहर भी नहीं निकला था की आज रात उसे गोली मारकर हत्या कर दी गई।
इसी बीच अतीक अहमद ने कहा था कि कल ही तो इतनी पूछताछ की थी, ‘आज मुझे बेटे की यादों के साथ तनहा छोड़ दो। बेटे की मौत के सदमे से बाहर भी नहीं निकला था की आज रात उसे गोली मारकर हत्या कर दी गई।
बेटे के कब्र को वह दो मुट्ठी मिट्टी दे सके
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अतीक अपने बेटे के दफन में शामिल होना चाहता था। उसे इस बात का मलाल था कि बेटे की मौत की वजह वह खुद है। ऐसे में वह चाहता था कि बेटे के कब्र को वह दो मुट्ठी मिट्टी दे सके।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अतीक अपने बेटे के दफन में शामिल होना चाहता था। उसे इस बात का मलाल था कि बेटे की मौत की वजह वह खुद है। ऐसे में वह चाहता था कि बेटे के कब्र को वह दो मुट्ठी मिट्टी दे सके।
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