ऐसे हो गई बड़ी वारदात
भागीरथी उर्फ मुकुंद यादव की बेटी लक्ष्मी की थी। लीलापुर के गड़ौरी से बरात आई थी। जयमाल होने के उपरांत फ्लोर डीजे पर घराती डांस कर रहे थे। तभी बराती पक्ष के लोग नाचने के लिए भी पहुंचे। कुछ लोगों ने भोजपुरी गाना बजाने को कहा, जिसका विरोध करते हुए बरात में आई महिलाओं ने डीजे बंद करा दिया। इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ और मारपीट होने लगी। बरात में ही शामिल होने के लिए दूल्हे का दोस्त शिक्षक शिव प्रताप सिंह निवासी राहाटीकर भी आए थे। वह केंद्रीय विद्यालय दिल्ली में तैनात थे। विवाद के दौरान वह बीचबचाव में जुट गए। तभी भगदड़ मच गई और शिक्षक शिवप्रताप सिंह खंडहर हो चुके अंधे कुएं में गिर गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शिक्षक को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। कुछ देर बाद फायरब्रिगेड की टीम बुलाई गई, और दो घंटे की मशक्कत के बाद शिव प्रताप को बाहर निकाला गया। तब तक उनकी सांसें थम चुकी थीं। वहीं घटना से जश्न का पूरा माहौल मातम में बदल चुका था।
भागीरथी उर्फ मुकुंद यादव की बेटी लक्ष्मी की थी। लीलापुर के गड़ौरी से बरात आई थी। जयमाल होने के उपरांत फ्लोर डीजे पर घराती डांस कर रहे थे। तभी बराती पक्ष के लोग नाचने के लिए भी पहुंचे। कुछ लोगों ने भोजपुरी गाना बजाने को कहा, जिसका विरोध करते हुए बरात में आई महिलाओं ने डीजे बंद करा दिया। इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ और मारपीट होने लगी। बरात में ही शामिल होने के लिए दूल्हे का दोस्त शिक्षक शिव प्रताप सिंह निवासी राहाटीकर भी आए थे। वह केंद्रीय विद्यालय दिल्ली में तैनात थे। विवाद के दौरान वह बीचबचाव में जुट गए। तभी भगदड़ मच गई और शिक्षक शिवप्रताप सिंह खंडहर हो चुके अंधे कुएं में गिर गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शिक्षक को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। कुछ देर बाद फायरब्रिगेड की टीम बुलाई गई, और दो घंटे की मशक्कत के बाद शिव प्रताप को बाहर निकाला गया। तब तक उनकी सांसें थम चुकी थीं। वहीं घटना से जश्न का पूरा माहौल मातम में बदल चुका था।
पुलिस ने पूरी कराई शादी की रस्म
बारात में शिव प्रताम की मौत के बाद पूरा माहौल मातम में बदल गया। गम और गुस्से के बीच पुलिस ने विवाह की रस्में पूरी कराई, और दुल्हन की विदाई कराई गई। वहीं घटना की सूचना मिलने पर मृतक शिव प्रताप के पिता हरिश्चंद्र सिंह मौके पर पहुंचे, और उनकी तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
बारात में शिव प्रताम की मौत के बाद पूरा माहौल मातम में बदल गया। गम और गुस्से के बीच पुलिस ने विवाह की रस्में पूरी कराई, और दुल्हन की विदाई कराई गई। वहीं घटना की सूचना मिलने पर मृतक शिव प्रताप के पिता हरिश्चंद्र सिंह मौके पर पहुंचे, और उनकी तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।