लू के थपेड़े
आग उगलती सूरज की किरणों के चलते सुबह से ही लू के थपेड़ों ने लोगों को झुलसा कर रख दिया। जैसे-जैसे दिन चढ़ा। वैसे-वैसे सूरज की किरणों में तेजी आती गई। लोग बाहर निकलने में कतराते नजर आए जिसके चलते बाजारों में चहल-पहल काफी कम रही और शहर के प्रमुख मार्ग व चौराहे भी सूने रहे। जिन लोगों को बहुत जरुरी काम से बाहर निकलना पड़ा वे पूरी तरह नकाबपोश बनकर गर्मी से राहत पाने का जतन करते दिखाई दिए।गर्मी से राहत पाने के लिए ठण्डे पदार्थो की मांग बढ़ी है। बाजार में ठण्डे खाद्य व पेय पदार्थो की दुकानों पर लोगों की खासी भीड़ देखी जा सकती है। जहां लोग सपरिवार शीतल पेय, आइस्क्रीम व बर्फ के गोलों का लुत्फ उठाते देखे जा सकते हैं।
उद्यानों व पार्को में रौनक
दिनभर तेज गर्मी की मार झेलने के बाद लोग शाम के समय ही घूमने के लिए निकलते हैं। जिसके चलते शहर के विभिन्न उद्यानों व पार्को पर लोगों की खासी भीड़ रहने लगी है।जनजीवन हो रहा अस्तव्यस्त
कांठल में तेज गर्मी ने जनजीवन को झंकझोर कर रख दिया है। दिनभर गर्म हवा और तपिश नेे लोगों का हाल बेहाल कर रखा है। गुरुवार को भी सूर्य ने सुबह से अपना रौद्र रुप दिखाया। आग उगलती सूरज की तेज किरणों के चलते दिनभर भीषण गर्मी रही। तेज गर्मी के जिसके चलते दिनभर जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। दिनभर लोगों का हाल बेहाल रहता है। दोपहर के समय गर्म हवा के थपेड़े अब लोगों को झुलसा कर रख देते हैं। थोड़ी देर धूप में निकलने पर ही लोग कुहला जाते हैं। ऐसे में लोग या तो दोपहर में निकलते ही नहीं है और अपने अधिकांश काम सुबह या शाम को निपटा लेते हैं। फिर भी बहुत जरुरी काम से यदि निकलना पड़ता है तो सिर से पैर तक अपने को ढंककर नकाबपोश का रुप धरे ही दिखाई देते हैं। आलम यह है कि लोगों को न दिन में चैन मिल पा रहा और न ही रात को आराम।