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मानसून छोटे-बड़े सभी जलाशयों में पानी भरपूर भरा हुआ है। ऐसे में इन जलाशयों में कई प्रकार के पक्षी दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय पक्षियों के अलावा सर्दी में भी इस बार प्रवासी पक्षियों के यहां पहुंचने की काफी सभानाएं है। ऐसे में पर्यावरणविदें में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है।
प्रतापगढ़ के कांठल में औसत से पार हुई बारिश से जलस्रोत लबालब भर गए हैं। ऐसे में जलीय पक्षी इन जलाशयों के पास दिखाई दे रहे हैं। कई प्रजातियों के पक्षी का इन दिनों प्रजनन काल भी चल रहा है। ऐसे में उथले पानी में घास आदि के बीच घोंसले भी बने हुए हैं।
ये पक्षी दिखाई दे रहे है
जलाशयों के किनारे कई प्रजातियों के पक्षी दिखाई दे रहे है। इनमें सारस, एशियन ओपेनबिल, पैंटेंड स्टॉर्क, इंडियन पोंड हेरोन, डॉर्टर, कॉमन टील समेत कई प्रजातियों के पक्षी दिखाई दे रहे है।
जलाशयों पर कई जलीय पक्षी
जिले में इस वर्ष अच्छी बारिश से जहां हरियाली छाई हुई है। वहीं जलाशय भी लबालबब भर चुके हैं। इनके इर्द-गिर्द अब विविध प्रजातियों के स्थानीय पक्षियों का अच्छा विचरण दिखाई दे रहा है। आगामी माह के अंत तक कई प्रजातियों के देशी-विदेशी पक्षियों का आना भी शुरू हो जाएगा। मंगल मेहता, पर्यावरणविद्, प्रतापगढ़
ध्यान रखने के लिए निर्देश
इस वर्ष सभी जलाशय लबालब हो गए है। ऐसे में कई जलीय पक्षी देखे जा रहे है। ऐसे में वनकर्मियों को भी निर्देश दिए है कि ग्रामीणों को इन पक्षियों के संरक्षण के लिए सावचेत किए जाए। इस वर्ष पानी की उपलब्धता को देखते हुए प्रवासी पक्षी भी अधिक संया में आने की उमीद है। हरिकिशन सारस्वत, उपवन संरक्षक, प्रतापगढ़