Pratapgarh News : जिले में बारिश के बाद सभी नदी-नाले उफान पर हैं। ऐसे में कई स्थानों पर लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर रास्ता पार करना पड़ रहा है। कई स्थानों पर अधूरी व क्षतिग्रस्त बनी पुलिया के कारण लोगों को लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है। वहीं कुछ लोग अपनी जान जोखिम में डालकर रास्ता पार करते नजर आ रहे हैं। कमोबेश यह हालत जिले के पीपलखूंट और धरियावद उपखंड में यह नजारे आम देखे जा सकते हैं। वहीं अन्य कई जगहों पर भी कमोबेश यही हालात हैं। बावजूद इसके इन्हें रोकने-टोकने के लिए प्रशासन व पुलिस की ओर से कोई व्यवस्था नजर नहीं आ रही। ऐसे में यह लापरवाही किसी गंभीर हादसे को न्योता देने जैसा हो रहा है।
प्रतापगढ़ के धरियावद उपखंड की बात की जाए तो यहां लोहागढ़ पारसोला रोड पर जाखम नदी पर 180 मीटर लंबी पुलिया निर्माण के लिए एक वर्ष पूर्व शिलान्यास किया गया था लेकिन अभी तक इस पुलिया का निर्माण नहीं हो पाया है। वर्तमान में इस पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है और ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर इस पुलिया को पार करते नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अंबाव गांव से पारसोला की दूरी मात्र 9 किलोमीटर है, लेकिन पुलिया पर पानी बहने की स्थिति में उन्हें 40 किलोमीटर का सफर तय कर पारसोला पहुंचना पड़ता है।
कई बार पुलिया पर पानी ज्यादा होने की स्थिति में लोगों को घंटों बैठकर पानी उतरने का इंतजार करना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि एक साल पहले पूर्व विधायक नगराज मीणा द्वारा इस पुलिया के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया था लेकिन अभी तक इसका निर्माण नहीं हो पाया है।
वहीं यदि बात पीपलखूंट उपखंड की हो तो यहां भी हालत कुछ अच्छे नहीं कहे जा सकते। यहां भी घंटाली क्षेत्र में एराव नदी उफान पर चल रही है। जिसके चलते पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है। पानी के पुलिया के ऊपर से बहने के कारण डूंगलावाणी घंटाली मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। लेकिन यहां भी लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर पुलिया पार करते देखा जा सकता है। कई लोग तो अपने दो पहिया वाहनों के साथ बहते पानी के बीच पुलिया पार करते नजर आते हैं।
सरीपिपली गांव के नदी में पानी की आवक ज्यादा होने से पुलिया पर पानी ऊपर तक आ गया। ऐसे में आवागमन बाधित हो रहा है और लोग जान जोखिम में डालकर पुलिया पार कर रहे हैं।
कई गांवों का आपस में संपर्क कटा
प्रतापगढ़ जिले में पिछले दो-तीन दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के बाद कई नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। जिसके चलते कई जगह पर पुलियाओं के ऊपर पानी बह रहा है, जिस कारण एक गांव से दूसरे गांव का संपर्क भी टूट गया है। हालत यह है कि ग्रामीणों को अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए कई किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। कई ग्रामीण ऐसे भी हैं जो लंबे चक्कर से बचने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर बहते पानी के बीच रास्ता पार करते नजर आ रहे हैं।