पढ़ें- Bihar Assembly Polls: फडणवीस का तेजस्वी पर तंज, सरकार में आए तो पहली कैबिनेट में खरीदेंगे 10 लाख तमंचे RJD में शामिल हो सकते माधव आनंद! दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सियासी खिचड़ी जमकर पक रही है। हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के महागठबंधन से अलग होने के बाद रालोसपा ने भी महागठबंधन से नाता तोड़ लिया है। आरएलएपी ने बिहार में बसपा के साथ हाथ मिला लिया है, जिसमें जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) भी शामिल है। रालोसपा के महागठबंधन के अलग होने के बाद कई नेता नाराज हो गए हैं, इनमें सबसे बड़ा नाम पार्टी के प्रधान महासचिव माधव आनंद का है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, माधव आनंद ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से अकेले में मुलाकात की। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच तकरीबन पांच घंटे तक मुलाकात चली। इस मुलाकात के बाद के अटकलें लगाई जा रही है माधव आनंद जल्द ही आरजेडी में शामिल हो सकते हैं।
पढ़ें- Bihar Assembly Election: पप्पू यादव और चंद्रशेखर ने बनाया PDA, भाजपा-कांग्रेस पर साधा निशाना बिहार में सियासी घमासान जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब माधव आनंद से इस मुलाकात के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पुरानी जान-पहचान है, इसलिए तेजस्वी यादव से मिलने आए थे। लेकिन, इस मामले पर उन्होंने ज्यादा बातचीत करने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि रालोसपा ने सहयोगी दलों के साथ राज्य के सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। इतना ही नहीं रालोसपा के मुखिया उपेन्द्र कुशवाहा ने एलजेपी के मुखिया चिराग पासवान को भी साथ आने का न्योता दिया है। हालांकि, चिराग पासवान ने अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। दरअसल, एनडीए में भी लोजपा को लेकर तनातनी जारी है। ऐसी चर्चा है कि लोजपा को एनडीए से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है। इधर, रालोसपा में जारी घमासान के बीच पार्टी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि नये गठबंधन में जो आना चाहें, उनका स्वागत है। वहीं, जो नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं उस पर कुशवाहा ने कहा कि कमजोर दिल वाले पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। क्योंकि, हमने अपनी नाव को मंझधार से निकाल लिया है। यहां आपको बता दें कि रालोसपा पार्टी महागठबंधन से पहले एनडीए का हिस्सा रह चुकी है। कुशवाहा ने बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर भी निशाना साधा। अब देखना ये है कि चुनाव से पहले बिहार की राजनीति क्या-क्या रंग दिखाती है।