ताजा अपडेट के मुताबिक पीएम मोदी ने अपने आवास पर जम्मू-कश्मीर के आठ दलों के 14 नेताओं को गर्मजोशी से स्वागत किया। बैठक में डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा सभी का स्वागत किया गया। उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ओपनिंग रिमार्क दिया गया। पीएम मोदी के बाद फारूक अब्दुल्ला ने अपनी बातें रखी है। अन्य नेताओं ने भी अपनी अपनी बातें रखी।
बैठक में फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, गुलाम नबी आजाद, रविन्द्र रैना, कवींद्र गुप्ता, निर्मल सिंह, सज्जाद लोन, भीम सिंह समेत अन्य कई नेता शामिल हुए। बैठक में एनएसए अजीत डोभाल भी शामिल हुए। जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बुलाई गई बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, NSA अजीत डोभाल, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अलावा केंद्र के अन्य कई अफसर भी मौजूद थे।
बैठक में जम्मू और कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित मुख्यधारा की आठ राजनीतिक पार्टियों के 14 नेताओं ने राज्य में राजनीतिक प्रक्रिया को स्थापित करने के उद्देश्य से इस बैठक में भाग लिया। बता दें कि राज्य 2018 से राष्ट्रपति शासन के अधीन है। जब बीजेपी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
फारुक अब्दुल्ला: हम रियासत में शांति चाहते हैं ताजा अपडेट के मुताबिक मीटिंग में डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा सभी का स्वागत किया गया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना ओपनिंग रिमार्क दिए जाएंगे। पीएम मोदी के बाद फारूक अब्दुल्ला की ओर से अपनी बात कही जाएगी। इस बीच मीटिंग से पहले फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कोई एजेंडा नहीं है, हम अपनी बात रखेंगे और पीएम-गृह मंत्री से बात करेंगे। ताकि रियासत में शांति आए। फारूक ने कहा कि हमारे चाहने का सवाल नहीं है। चाहते तो हम आसमान हैं।
इससे पहले महबूबा मुफ्ती द्वारा दिए गए पाकिस्तान से बातचीत के बयान पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वो उनका एजेंडा है। हम अलग-अलग पार्टी हैं। ऐसे में ये उनकी बात है। इसके अलावा पीएम मोदी द्वारा बुलाई गई इस मीटिंग का फारूक अब्दुल्ला ने स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि वो अपने वतन की बात करते हैं और मैं पाकिस्तान वगैरह की बात नहीं करता।
बैठक शुरू होने से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचे चुके थे। शाम को होने वाली मीटिंग से पहले ये मुलाकात अहम रही। इस दौरान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी यहां मौजूद रहे।
ममता का सवाल – केंद्र बताए जेके से पूर्ण राज्य का दर्जा क्यों समाप्त किया? दिल्ली में जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर बैठक शुरू होते ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक बुलाने का मतलब क्या है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से पूर्ण राज्य का दर्जा क्यों समाप्त किया गया? हालांकि, उन्होंने कहा कि इसके पीछे तथ्य क्या है, हमें इसका पता नहीं। केंद्र के इस रुख से वहां का पर्यटन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।