पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी से सात साल पहले ‘धोखा’ हुआ था और अब वह इसे ध्यान में रखते हुए 2024 के आम चुनावों की तैयारी कर रही हैं। पटोले का इशारा महाराष्ट्र में 2014 के विधानसभा चुनाव कांग्रेस से अलग होकर लड़ने के एनसीपी के कदम का जिक्र कर रहे थे।
शरद पवार गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करने पहुंचे थे। इससे पहले पवार ने उप मुख्यमंत्री अजित पवार, मंत्री अदिति तटकरे व एकनाथ खडसे आदि पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। पटोले ने कहा कि 2024 में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार आएगी। बीजेपी ने समूचे राष्ट्र को बेचने के लिए रख दिया है। लोग महामारी से पीड़ित हैं। महंगाई बढ़ने से उनकी स्थिति खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर केवल कांग्रेस ही बीजेपी की जगह ले सकती है।
जासूसी का आरोप लगाया पटोले ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि एमवीए सरकार उनकी जासूसी करा रही है। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी के बढ़ते प्रभाव की वजह से शिवसेना और एनसीपी के पैरों तले की जमीन खिसक रही है।
पटोले ने अपनी टिप्पणी पर विवाद बढ़ने के बाद सोमवार को कहा था कि मीडिया के माध्यम से गलत सूचना फैलाई जा रही है और एमवीए के घटक दलों के बीच कोई विवाद नहीं है और कांग्रेस को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
पटोले का विवादों से पुराना नाता आपको बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब नाना पटोले ने अपनी ही सरकार को लेकर विवादित बयान दिया है। इससे पहले पटोले ने सीएम और डिप्टी सीएम पर अपनी जासूसी करवाने का आरोप लगा दिया था।
यही नहीं पुणे के गार्जियन मिनिस्टर अजित पवार की जगह कांग्रेस का गार्जियन मिनिस्टर बनाने की बात कहकर पटोले ने शरद पवार को नाराज कर दिया था। इसके अलावा बीएमसी का चुनाव अकेले लड़ने और मेगा स्टार अमिताभ बच्चन की फिल्मों के बहिष्कार की बात कहकर भी पटोले सुर्खियों में आए थे।