ओमप्रकाश गर्ग की पत्नी पुष्पा गर्ग गृहणी हैं। ग्राम पंचायत डड़वरिया से सरपंच पद के लिए नामांकन भरने के बाद उनके चुनाव प्रचार की कमान गांव के लोगों और समर्थकों ने संभाली थी। पूरे प्रचार के दौरान पुष्पा एक-दो दिन ही जनसंपर्क में निकलीं थीं। ओमप्रकाश बताते हैं कि सथनिया और डडवरिया की दूरी करीब 40 किमी. है। वे नियमित रूप से सथनिया में रहते हैं। उनकी देखभाल व अन्य व्यवस्थाएं कर्मचरी करते हैं। जबकि पत्नी डड़वरिया में रहती है।
डड़वरिया निवासी ओमप्रकाश गर्ग ने बताया कि गुनौर जनपद की ग्राम सथनिया में उनका ननिहाल है। यहां की मतदाता सूची में उनका और उनकी मां दोनों का नाम है। वे पूर्व में भी यहां से जनपद सदस्य रह चुके हैं। हार्टपेशेंट होने के कारण इस बार चुनाव नहीं लडऩा चाहते थे। लेकिन, सथनिया के लोगों ने ही उनका नामांकन जमा किया और पूरे प्रचार अभियान का जिम्मा भी संभाला था। यहां पहले चरण में 25 जून को मतदान हुआ। मतगणना पत्रक के अनुसार उन्हें अन्य प्रत्या शियों से 408 मत ज्यादा मिले। ओमप्रकाश बातते हैं कि वे बीए प्रथम वर्ष तक ही पढ़े हैं। गर्ग की मानें तो उनके परिवार का राजनीति से पुराना संबंध रहा है। उनके बब्बा रामसेवक गर्ग स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं। श्रीनिवास तिवारी रीवा और विद्यावती चतुर्वेदी छतरपुर उनके साथी रहे हैं।