उनसे 86.44 मेगावाट बिजली होगी पैदा होगी। इनसे किसानों को आसानी से निर्बाध बिजली मिलने के साथ आस-पास के लोगों के घर आदि भी जगमगाएंगे। वॉल्टेज की समस्या से भी उस क्षेत्र को राहत मिलेगी। यह सोलर प्लांट लगाने पर किसान की बिजली सरकार लेगी। उसके बदले में 3 से 3.50 रुपए प्रति यूनिट का भुगतान दिया जाएगा। पाली में लग रहा हर प्लांट करीब 2.5 मेगावाट (2500 किलोवाट) का है।
पाली में ग्यारह प्लांट पहले होंगे शुरू
पाली में कुसुम सी के तहत लगने वाले 35 में से 11 प्लांट पहले शुरू होंगे। ये प्लांट शिवतलाव, बूसी, इंदरवाड़ा, सोमेसर, भालेलाव, बासना, मंडला, हाजीवास, बलाड़ा, गिरी व भूम्बलिया में लग रहे हैं। इनकी क्षमता 27.96 मेगावाट है। इनमें भालेलाव में सबसे अधिक 4 मेगावाट तथा सबसे कम बूसी में 1.28 मेगावाट का लगाया जा रहा है। जबकि शेष प्लांट 2.52-2.52 मेगावाट के है।यह मिलेगा किसान को लाभ
- बिजली सरकार की ओर से खरीदकर प्रति यूनिट के हिसाब से राशि दी जाएगी।
- प्रति वर्ष प्रति एकड़ करीब 60 हजार से 1 लाख रुपए तक की आय होगी।
- सोलर प्लांट लगवाने की जमीन विद्युत सब स्टेशन से पांच किमी की दूरी में होना जरूरी।
- किसान स्वयं के साथ डवलपर से भी सोलर प्लांट लगवा सकते हैं।
इनका कहना है
जिले में पांच प्लांट लगाने के लिए सीविल कार्य पूरा हो गया है। जबकि शेष जगह पर कार्य चल रहा है। जिले में 30 प्लांट तो बहुत जल्दी शुरू हो जाएंगे।- अजय माथुर, एसई, डिस्कॉम, पाली
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