rajasthan viral letter: पाली संभाग मुख्यालय पर सड़कों की वास्तविकता बयां करती एक ईमेल सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। सामाजिक कार्यकर्ता और अधिवता निखिल व्यास ने शहरवासियों की पीड़ा व्यंग्यात्मक रूप से जाहिर करते हुए कलक्टर को एक ई-मेल के जरिए लेटर लिखा है। इसमें उन्होंने सरकारी तंत्र की पोल खोली।
उन्होंने लिखा है कि गड्ढों से अब उनका गहरा रिश्ता हो गया है। सुबह घर से निकलकर शाम तक वे गड्ढों वाली सड़कों पर सफर करते हुए एडवेंचर का आनंद ले रहे हैं। गड्ढों के बीच में कुछ-कुछ जगह सड़क दिख जाती है। उन्होंने तंज कसा कि सड़कों को गड्ढों के बीच से हटवा दें, ताकि वे एडवेंचर का आनंद ले सकें।
पत्रिका लगातार उठा रहा मुद्दा, जिम्मेदार बेपरवाह
सड़कों की बदहाली और सीवरेज के कारण परेशानी झेल रहे पाली के शहरवासियों की पीड़ा राजस्थान पत्रिका लगातार प्रमुखता से उठा रहा है। बारिश के बाद हालात विकट हो गए। कई कॉलोनियों में अभी भी पानी भरा हुआ है। पानी की निकासी के रास्ते अवरुद्ध होने और नालों पर अतिक्रमण के कारण बाढ़ जैसे हालात बने। सड़कें पैदल चलने जैसी भी नहीं है। यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खरा जिले के प्रभारी मंत्री है। वे दो बार पाली का दौरा कर चुके, इसके बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं। इस कारण शहरवासियों में रोष है।
पाली की सड़कों के बन रहे मीम
प्रदेश में शायद ही ऐसा कोई शहर होगा, जहां की सड़कों के हाल पाली जैसे हो। गड्ढे इतने ज्यादा हैं कि शहर के लोगों का चलना मुश्किल हो गया। इसके बावजूद जिम्मेदार कोई कदम नहीं उठा रहे। जिम्मेदारों की बेपरवाही से खफा शहरवासी पाली की सड़कों के मीम बना रहे हैं। सोशल मीडिया पर पाली को केरल जैसा दिखाया जा रहा है। बदहाल सड़कों और बारिश के पानी से जलमग्न कॉलोनियों के मीम सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं।