पानी दरवाजा स्थित रघुनाथ मंदिर में भगवान रघुनाथ का पूजन व आरती करने के साथ शुरू शोभायात्रा गोपीनाथ मंदिर, श्रीनाथजी की पोल, बादशाह का झण्डा, जर्दा बाजार, सर्राफा बाजार, उदयपुरिया बाजार, पुराना बस स्टैण्ड, पुरानी सब्जी मंडी, रुई कटला, धानमंडी, घी का झण्डा, बाइसी बाजार व फतेहपुरिया बाजार होकर वापस रघुनाथ मंदिर पहुंची। वहां दोपहर 12:30 बजे भगवान राम का जन्म होने का उल्लास छा गया। श्रद्धालुओं ने भगवान की आरती कर मंगल कामना की।
सर्राफा बाजार में मिल गए घुड़सवार व रथ
शोभायात्रा 4 किमी से भी लम्बी रही। इसकी लम्बाई का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जब शोभायात्रा की अगवानी करने वाले घुड़सवार पूरा मार्ग तय कर वापस सर्राफा बाजार के नाके पर पहुंचे तो प्रभु श्रीराम का रथ जर्दा बाजार में था। इस पर शोभायात्रा को कुछ देर के लिए रोका गया और प्रभु रथ के उदयपुरिया बाजार की ओर मुड़ने पर ध्वज लहराने वाले फतेहपुरिया बाजार की तरफ बढ़ सके।
प्रभु का किया पूजन
रामनवमी शोभायात्रा अध्यक्ष डॉ. शिवचरण मीणा, मंत्री भीमराज चौधरी, प्रांत मंत्री परमेश्वर जोशी, कमल किशोर गोयल, बजरंगलाल हुरकट, सुरेश सर्राफ, सुमन पुरोहित, कुसूम थावानी आदि ने प्रभु राम का पूजन किया। स्मृति चिन्ह डाॅ. मीणा की ओर से दिए गए। प्रसाद वितरण माहेश्वरी समाज की ओर से किया गया। वहीं मार्ग में प्रसाद का वितरण लाल भाई बूब के सहयोग से किया गया।
दंडवत होकर किया प्रभु को नमन
शोभायात्रा में सबसे अधिक आकर्षण का केन्द्र अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान रामलला का रूप धरा बालक रहा। श्याम वर्ग के धनुष-बाण लिए रामलला जिस मार्ग से गुजरे, लोगों ने दंडवत होकर उनको नमन किया। उनके साथ श्यामवर्ण के भगवान कृष्ण, हनुमान भी आकर्षण का केन्द्र रहे। सर्राफा बाजार में भगवान की मूर्ति के समान ही फ्रेम के साथ रामलला को खड़ा कर फोटो खींचे गए।
इनका रहा सहयोग
शोभायात्रा में अनिल चौहान, नरेंद्र मच्छर, विजयराज सोनी, आनंद स्वरूप गुप्ता, बाबूलाल कुमावत, रामसुख पायक, प्रवीण उपाध्याय, हरीश पांडे, कुशल शर्मा, गणेश कुमावत, कैलाश जीनगर, प्रवीण सोनी, रमेश थावानी, राकेश कुमावत, जगदीश सिंह, कैलाश कुमावत, यशवंत पांडे, हरीश सोनी, दीपक सोनी, जय सावलानी, श्रवण भीलवारा, शक्तिदान सोडा, किशोर सैन, गौरव शर्मा, रविन्द्र चौहान, पवन पाण्डेय आदि ने सहयोग किया।