पाली पुलिस ने बताया कि महादेव बगीची के निकट जलदाय विभाग की पानी की टंकी के पीछे झाड़ियों में बुधवार को नवजात के पड़े होने की सूचना पर पुलिस पहुंची। नवजात को बांगड़ हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। नवजात का शव मोर्चरी में रखवाया। नवजात को यहां कौन फेंककर गया, इसकी जांच जारी है।
चिकित्सकों ने बताया कि नवजात की बॉडी पर जगह-जगह खरोंच के निशान थे, जो संभवत: कांटों में पड़े होने से लगे होंगे। शरीर पर कोई भी कपड़ा नहीं था। उसका जन्म 18 से 24 घंटे पहले हुआ था। उसे बचाने के लिए सीपीआर दिया और धड़कन बढ़ाने वाले इंजेक्शन भी लगाए, लेकिन सफलता नहीं मिली। संभवत: हाइपोथर्मिया (अधिक ठंड) की चपेट से उसकी मौत हुई।