सरकारी स्कूलों में वैसे तो पौष्टिक व गुणवत्तापूर्ण भोजन परोसा जाता है, लेकिन कई जगह कोताही बरती जाती है। तय मीनू अनुसार भोजन नहीं परोसा जाता है। इस कारण यह नई व्यवस्था लागू की है। जिसमें माताएं रोजाना आकर भोजन की जांच करेंगी।
इन्होंने कहा
स्कूलों में मिड-डे-मील चखने व उसकी गुणवत्ता जांच के लिए माताओं को रेंडम तरीके से ऐच्छिक अवसर के तहत बुलाया जाएगा। वे भोजन की पौष्टिकता व गुणवत्ता चखकर देखेंगी। इसके लिए सभी स्कूलों को निर्देश दिए है।
मदन पंवार, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारिम्भक मुख्यालय, पाली
सोमवार: रोटी-सब्जी
मंगलवार: दाल-चावल
बुधवार: दाल-रोटी
गुरुवार: नमकीन चावल की खिचड़ी (मटर, टमाटर, हरी मिर्च व गोभी) युक्त
शुक्रवार: दाल-रोटी
शनिवार: सब्जी-रोटी
इतना दिया जाता है विद्यार्थियों को भोजन
कक्षा 1 से 5वीं तक के विद्यार्थियों को 100 ग्राम गेहूं या चावल
कक्षा 6 से 6वीं तक के विद्यार्थियों को 150 ग्राम गेहूं या चावल
कक्षावार इतने विद्यार्थी है प्रदेश में
कक्षा एक: 572698
कक्षा दो: 772938
कक्षा तीन: 837909
कक्षा चार: 764580
कक्षा पांच: 845213
कक्षा छह: 801960
कक्षा सात: 795634
कक्षा आठवीं: 781160