Rajasthan Samachar : पाली/जालोर. जामनगर-अमृतसर भारतमाला परियोजना सुगम सफर का ही नहीं, बल्कि धोरों और सूखे क्षेत्र में भविष्य में ग्रीन कॉरिडोर स्थापित करने का माध्यम भी बनने जा रहा है। परियोजना के तहत काटे गए पेड़ों और झाडिय़ों के बदले लाखों की संख्या में न केवल पौधों का रोपण किया जा रहा है, बल्कि इस पूरे प्रोजेक्ट में ड्रिप इरिगेशन से कम पानी में मरू प्रदेश को हरा-भरा बनाने की पहल की जा रही है। भारतमाला परियोजना के तहत सड़क निर्माण का काम अंतिम चरण में है और राजस्थान में ग्रीन कॉरिडोर स्थापित करने की शुरुआत हो चुकी है। अधिकारियों की मानें तो इसका बड़ा संदेश भविष्य से जुड़ा हुआ है, जो पश्चिमी राजस्थान के सूखे क्षेत्र को भविष्य में हरा भरा करने में कारगर साबित होगा।
ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाए जा रहे
राजस्थान में पानी की कमी रहती है और अक्सर तेज गर्मी में दिन में पौधे पानी की कमी से मुरझा भी जाते हैं। इसके लिए परियोजना में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए प्रत्येक 5-5 किमी पर पानी की टंकियां लगाई जा रही है। इन टंकियों में टैंकरों से पानी भरा जाएगा ताकि ड्रिप से दिनभर पौधों को बूंद-बूंद पानी मिल सके।
राजस्थान में पानी की कमी रहती है और अक्सर तेज गर्मी में दिन में पौधे पानी की कमी से मुरझा भी जाते हैं। इसके लिए परियोजना में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए प्रत्येक 5-5 किमी पर पानी की टंकियां लगाई जा रही है। इन टंकियों में टैंकरों से पानी भरा जाएगा ताकि ड्रिप से दिनभर पौधों को बूंद-बूंद पानी मिल सके।
राजस्थान में 636 किमी का दायरा
अमृतसर-जामनगर भारतमाला परियोजना (Amritsar-Jamnagar Bharatmala Project) के तहत राजस्थान में कुल 636 किमी हाइवे है। यह राजमार्ग प्रदेश में हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जोधपुर, बालोतरा, बाड़मेर, जालोर और सांचौर जिलों से होकर गुजर रहा है।
अमृतसर-जामनगर भारतमाला परियोजना (Amritsar-Jamnagar Bharatmala Project) के तहत राजस्थान में कुल 636 किमी हाइवे है। यह राजमार्ग प्रदेश में हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जोधपुर, बालोतरा, बाड़मेर, जालोर और सांचौर जिलों से होकर गुजर रहा है।
5 किमी की दूरी पर पानी की टंकी लगेगी
प्रत्येक 5 किलोमीटर की दूरी पर 5 हजार लीटर की पानी की टंकी स्थापित होगी, जिससे ड्रिप इरिगेशन सिस्टम जुड़ा रहेगा। वहीं जहां पर धरातल समान नहीं होगा वहां ड्रिप को व्यवस्थित रूप से ऑपरेट करने के लिए मोटर भी लगाई जाएगी। राजस्थान के हिस्से में भारतमाला परियोजना में विभिन्न कार्य हो रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ पानी के कम से कम उपयोग में पौधों और झाडिय़ों को पनपाने के लिए ड्रिप इरिगेशन सिस्टम भी स्थापित किया जा रहा है।– जीपीएस चौहान, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, पीआइयू, जोधपुर
प्रत्येक 5 किलोमीटर की दूरी पर 5 हजार लीटर की पानी की टंकी स्थापित होगी, जिससे ड्रिप इरिगेशन सिस्टम जुड़ा रहेगा। वहीं जहां पर धरातल समान नहीं होगा वहां ड्रिप को व्यवस्थित रूप से ऑपरेट करने के लिए मोटर भी लगाई जाएगी। राजस्थान के हिस्से में भारतमाला परियोजना में विभिन्न कार्य हो रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ पानी के कम से कम उपयोग में पौधों और झाडिय़ों को पनपाने के लिए ड्रिप इरिगेशन सिस्टम भी स्थापित किया जा रहा है।– जीपीएस चौहान, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, पीआइयू, जोधपुर
यह है परियोजना
अमृतसर-जामनगर परियोजना (Amritsar-Jamnagar Project) के तहत राजस्थान में एक्सेस कंट्रोल्स 6 लेन ग्रीन फील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 754-ए का निर्माण किया जा रहा है। जिसके तहत राजमार्ग के दोनों तरफ 2 लाख 13 हजार 768 व राजमार्ग के बीच में डिवाइडर पोर्शन पर 2 लाख 49 हजार 568 पौधे लगाए जा रहे हैं। इस तरह से इसमें 4 लाख 63 हजार 336 पौधे तो केवल राजस्थान के इस हिस्से में ही लगाए जा रहे हैं।
अमृतसर-जामनगर परियोजना (Amritsar-Jamnagar Project) के तहत राजस्थान में एक्सेस कंट्रोल्स 6 लेन ग्रीन फील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 754-ए का निर्माण किया जा रहा है। जिसके तहत राजमार्ग के दोनों तरफ 2 लाख 13 हजार 768 व राजमार्ग के बीच में डिवाइडर पोर्शन पर 2 लाख 49 हजार 568 पौधे लगाए जा रहे हैं। इस तरह से इसमें 4 लाख 63 हजार 336 पौधे तो केवल राजस्थान के इस हिस्से में ही लगाए जा रहे हैं।