सिंध प्रांत में पुलिस और सेना के बीच टकराव के बाद हुई हिंसा और विद्रोह की घटना पाकिस्तान के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो सकती है। ना-पुलिस संघर्ष में अब तक दस से अधिक लोगों की मौत बताई जा रही है। इनमें पांच सैनिक भी शामिल हैं।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रदूषण को लेकर भारत को बताया जिम्मेदार, जानें क्यों कही इतनी बड़ी बात आपको बता दें सेना और पुलिस के बीच मामले ने उस वक्त तूल पकड़ा, जब 11 विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने कराची में एक विशाल रैली की। इस रैली में सेना की कठपुतली बनी इमरान सरकार और सेना पर जमकर निशाने साधे गए।
इस रैली के बाद सिंध पुलिस ने मरयम नवाज शरीफ के पति और पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ के दामाद सफदर अवान को कराची के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
कराची में हुई झड़प ने पाकिस्तान की सरकार की मुसीबत बढ़ा दी है। जानकारों की मानें तो सेना और पुलिस के बीच का टकराव इमरान सरकार के तख्तापलट की ओर इशारा कर रहा है। विदेश मामलों के जानकार पीके मिश्रा के मुताबिक सिंध का पुलिस विद्रोह पाक में एक और विभाजन की नींव बन सकता है। इस घटना ने पाकिस्तान सेना और इमरान सरकार दोनों की किरकिरी की है।
मौसम विभाग ने जारी किया अब तक का सबसे बड़ा अलर्ट, देश के इन राज्यों में अगले कुछ घंटों में होगी जोरदार बारिश खासतौर पर जिस तरह से पुलिस ने सेना से मुकाबला किया है और स्थानीय लोगों ने पुलिस का साथ दिया है वह पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी है।
आपको बता दें कि ये पहली बार जब सेना और पुलिस के बीच आमना-सामना हुआ है। सिंध में इमरजेंसी लगाई गई तो ये मामला और तूल पकड़ सकता है।