bell-icon-header
अन्य खेल

PKL 2024: किसी फिल्‍म से कम नहीं है कबड्डी स्टार ‘नन्‍हा’ की कहानी, पीकेएल ने ऐसे बदली नरेंद्र की जिंदगी 

PKL 2024: तमिल थलाइवाज के लिए अपने तीसरे सीजन की शुरुआत करने जा रहे हरियाणा के कबड्डी स्‍टार नरेंद्र उर्फ नन्‍हा की कहानी किसी फिल्‍म से कम नहीं है। आइये आपको भी बताते हैं कि कैसे पीकेएल ने उनकी जिंदगी बदल कर रख दी।

नई दिल्लीSep 24, 2024 / 11:36 am

lokesh verma

PKL 2024: हरियाणा के एक छोटे से गांव में, ‘नन्हा’ नाम का एक छोटा लड़का, जिसका मतलब छोटा होता है। बचपन में वह बड़े बच्चों को कबड्डी का अभ्यास करते हुए देखता था। किसी को भी नहीं पता था कि ये जिज्ञासु बच्चा एक दिन खेल के उभरते सितारों में से एक बन जाएगा। नरेंद्र, जिन्हें उनके गांव वाले ‘नन्हा’ के नाम से जानते हैं, अब तमिल थलाइवाज के साथ अपने तीसरे सीजन में प्रवेश करेंगे, उन्होंने सीजन 9 में टीम के साथ अपनी शुरुआत की थी। पीकेएल का सीजन-11 18 अक्टूबर से शुरू होगा। जबकि तमिल थलाइवाज 19 अक्टूबर को पहले मैच में तेलुगु टाइटन्स के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी।

वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ शुरू हुआ मज़ा जल्द ही जुनून बन गया

नरेंद्र ने बताया कि मैं बचपन में बहुत लंबा नहीं था, इसलिए यह नाम मेरे साथ नन्‍हा जुड़ गया। अब मेरी लंबाई ठीक-ठाक है, लेकिन नन्‍हा नाम अभी भी बना हुआ है। उन्होंने यूट्यूब पर पीकेएल के ‘राइज ऑफ ए स्टार’ इंटरव्‍यू में कहा कि बचपन में मैं कबड्डी के मैदानों की ओर आकर्षित होता था, जहां बड़े लड़के खेलते थे। वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ जो मज़ा शुरू हुआ, वह जल्द ही जुनून बन गया। पहले मैं सिर्फ़ एक दर्शक था, जिसके ज़्यादा दोस्त नहीं थे, लेकिन इससे पहले कि मैं समझ पाता, कबड्डी ने मुझे एक परिवार दे दिया। 

‘मेरे परिवार और मेरे कोच ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई’

नरेंद्र ने बताया कि उनके समर्पण ने स्थानीय कबड्डी कोच संदीप कंडोला का ध्यान आकर्षित किया। कोच ने कहा कि खेल में उसकी इतनी दिलचस्पी देखकर मैंने उसे हर दिन खेलने के लिए प्रेरित किया। कंडोला के मार्गदर्शन में नरेंद्र के कौशल निखर कर सामने आए। नरेंद्र ने कहा कि मेरे परिवार और मेरे कोच ने कबड्डी खिलाड़ी के रूप में मेरे विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने हरियाणा के हमारे गांव में खेल खेलने की परंपरा को बनाए रखा है।

‘पहले कोई भी कबड्डी खिलाड़ी को नहीं पहचानता था’

जैसे-जैसे नरेंद्र की प्रतिभा बढ़ी, वैसे-वैसे उनके सपने भी बढ़ते चले गए। हालांकि पहचान मिलने की राह आसान नहीं थी। नरेंद्र ने कहा कि पहले मैं जहां भी जाता था, कोई भी कबड्डी खिलाड़ी को नहीं पहचानता था, लेकिन प्रो कबड्डी लीग से परिचय के बाद सब कुछ बदल गया। अब प्रो कबड्डी लीग और मशाल स्पोर्ट्स की बदौलत हर कोई मुझे पहचानता है। उन्होंने कहा कि लीग ने कबड्डी खिलाड़ियों की पहचान बढ़ाने में मदद की है। इससे मुझे भी बहुत फायदा हुआ है, चाहे पैसे की बात हो या पहचान की। और सिर्फ मेरी ही नहीं, लीग ने सभी कबड्डी खिलाड़ियों की जिंदगी बदल दी है।

‘अपना काम करो, परिणाम की चिंता मत करो’

बता दें कि नरेंद्र को पीकेएल सीजन 9 में तमिल थलाइवाज ने बड़ा ब्रेक दिया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और सीजन 9 से सीजन 10 और अब 11वां सीजन खेलने को तैयार हैं। कबड्डी मैच की तरह उनके जीवन में कई उतार-चढ़ाव को याद करते हुए नरेंद्र ने कहा कि उनका एक मंत्र है। अपना काम करो, परिणाम की चिंता मत करो।

संबंधित विषय:

Hindi News / Sports / Other Sports / PKL 2024: किसी फिल्‍म से कम नहीं है कबड्डी स्टार ‘नन्‍हा’ की कहानी, पीकेएल ने ऐसे बदली नरेंद्र की जिंदगी 

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.