18 मैचों में नौवी जीत हासिल करने वाली जयपुर ने अपने रेडरों की बदौलत शानदार शुरुआत करते हुए पांच मिनट में 8-3 की लीड बना ली थी। गुजरात के लिए मुश्किल का क्षण था क्योंकि वे आलआउट की कगार पर थे। अंतिम खिलाड़ी के तौर पर हिमांशु रेड पर गए औऱ दो अंक लेकर लौटे लेकिन अगले ही पल आलआउट लेकर जयपुर ने 13-5 की लीड ले ली। इसके साथ जयपुर ने दो मैचों के बाद जीत की पटरी पर लौटी जबकि गुमान (9) और राकेश (9) के अच्छे परफार्मेंस के बावजूद गुजरात हार के मजबूर हुई। इसका कारण यह रहा कि जयपुर के डिफेंस ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 8 के मुकाबले 13 अंक हासिल किए और दो बार आलआउट भी लिया।
आलइन के बाद जयपुर ने तीन के मुकाबले चार अंक हासिल किए और 17-8 की लीड के साथ पाला बदला। ब्रेक के बाद जयपुर ने 15 रेड प्वाइंट्स और चार टैकल प्वाइंट्स की बदौलत 22-11 की लीड बना ली थी। अब तक अर्जुन तथा नीरज ने गुजरात को भरपूर परेशान किया और उसके डिफेंस को नेस्तनाबूत कर दिया। अर्जुन की बदौलत जयपुर दूसरी बार आलआउट लेने की तैयारी में था औऱ फिर इसे अंजाम देते हुए 25-13 की लीड ले ली। इसके बाद हालांकि गुजरात ने दो के मुकाबले तीन अंक लेकर वापसी की कोशिश शुरू की। बहरहाल, जयपुर ने 27-16 के स्कोर पर पाला बदला।
हाफटाइम के बाद रेजा ने काफी अंदर आए गुमान को डैश कर फासला 12 का कर दिया लेकिन राकेश ने डू ओर डाई रेड पर पहली बार अर्जुन को बाहर किया। जयपुर के डिफेंस ने हालांकि अगली रेड पर राकेश को लपक हिसाब बराबर किया। 25 मिनट के बाद जयपुर 31-18 से आगे थे। अर्जुन रिवाइव चुके थे लेकिन आते ही फिर लपक लिए गए।
इसके बाद गुमान ने सुरजीत को बाहर कर स्कोर 20-31 कर दिया। अर्जुन की गैरमौजूदगी में नीरज बखूबी लीड रेडर की भूमिका निभा रहे थे औऱ डिफेंस भी अपना काम कर रहा था। यही कारण था कि 30 मिनट की समाप्ति तक जयपुर ने 34-21 की लीड बना ली थी और अर्जुन भी रिवाइव हो चुके थे। इस बीच देर से ही लेकिन अर्जुन ने अपना सुपर-10 पूरा किया।
गुजरात के लिए एक बार फिर सुपर टैकल आन था। गुमान ने हालांकि सुपर रेड के साथ स्कोर 26-38 करते हुए वापसी की संभावना जगाई। इसके बाद उसने दो और अंक लिए लेकिन इतने ही अंक लुटा भी दिए। इस दौरान अंकुश ने हाई-5 पूरा किया। अब सिर्फ सवा मिनट बचे थे और 13 अंक का फासला बना हुआ था। गुजरात ने इस अंतर को पाटने की तमाम कोशिश की लेकिन उसका हर प्रयास नाकाम रहा और वह सीजन की 11वीं हार को मजबूर हुई।