भारतीय जोड़ी ने मेंस डबल्स का गोल्ड जीतने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा दिया। एक समय पहले गेम में सात्विक-चिराग कोरियाई जोड़ी से पिछड़ रहे थे पर दोनों ने जबरदस्त वापसी की स्कोर को 13-13 से बराबर किया। इसके बाद भारतीय जोड़ी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और पहला गेम 21-18 से अपने नाम कर लिया।
रंकीरेड्डी और शेट्टी की गति दूसरे गेम में भी जारी रही, जिससे ब्रेक तक उन्होंने 11-7 की मजबूत बढ़त ले ली। चोई सोल्गू और किम वॉन्हो ने फाइनल में आखिरी बार वापसी करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय जोड़ी उन्हें रोकने में कामयाब रही और दूसरा गेम 27 मिनट में 21-16 से अपने नाम कर एशियाई खेल 2023 में बैडमिंटन में इतिहास रच दिया।
इससे पहले सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने सेमीफाइनल में मलेशिया के आरोन चिया और सोह वूई यिक की जोड़ी के खिलाफ दबदबा बनाते हुए 46 मिनट में 21-17, 21-12 से जीत दर्ज की थी।