आइए नजर डालते हैं पिछले 5 वर्षों में खेल मंत्रालय को बजट से क्या मिला
-वर्ष 2016 से लेकर 2020 तक तक स्पोर्ट्स कोटे में काफी उछाल देखने को मिला। खासकर खेलो इंडिया कार्यक्रम को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है।
-वर्ष 2016 में 97.52 करोड़ का स्पोर्ट्स कोटा था जो 2020 तक बढ़कर 890.92 करोड़ तक पहुंच गया।
-भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और राष्ट्रीय खेल महासंघ (NSFs) के लिए बजट में मामूली वृद्धि हुई, लेकिन पिछले 5 वर्षों में Khelo India कार्यक्रम जितना उछाल किसी स्पोर्ट्स कोटे में नहीं देखने को मिला।
-भारतीय खेल प्राधिकरण के बजट में पिछले 5 वर्षों में 92 करोड़ रुपए की बढ़त हुई है।
-2015 से लेकर 2021 तक साई के बजट में मामूली वृद्धि हुई है। 2015-16 में बजट 407.96 करोड़ था और 2015 से 2021 के बीच इसे 500 करोड़ आवंटित हुए थे।
-एनएसएफ(NSFs) के पिछले 5 वर्षों के बजट पर नजर डाली जाए तो इस खेल के कोटे में पिछले 5 वर्षों में कटौती देखी गई है। 2017-18 में ये बजट 277.68 करोड़ था और जो 2016 में 359.40 करोड़ था।
खेल मंत्रालय को बजट आवंटन
-खेलो इंडिया कार्यक्रम में 2016 के बाद से ज्यादा बढ़ोतरी हुई।
-2018-19 में NSFs के लिए बजट का आवंटन 342 करोड़ था। जबकि पिछले साल यानी 2020 में केंद्रीय बजट 245 करोड़ रहा।