इसलिए लिया उंगली कटवाने का बड़ा फैसला
दरअसल, 30 वर्षीय खिलाड़ी मैथ्यू डॉसन का तीसरी बार ओलंपिक खेलों के लिए ऑस्ट्रेलिया की हॉकी टीम में चयन हुआ है। बताया जा रहा है कि उनकी अनामिका उंगली टूट गई थी। जिसके बाद उन्होंने कई डॉक्टरों से परामर्श लिया। सभी डॉक्टर्स ने उन्हें बताया कि उंगली को ठीक होने में करीब 2 हफ्तों का समय लगेगा। ऐसे में उनका पेरिस ओलंपिक खेलना मुश्किल था। इस वजह से उन्होंने उंगली को कटवाने का कड़ा फैसला लिया।‘सबसे अच्छा विकल्प यही था’
मैथ्यू डॉसन ने सर्जरी के बाद ऑस्ट्रेलियाई चैनल 7 से बातचीत में कहा कि मैंने प्लास्टिक सर्जन के साथ मिलकर ये फैसला न केवल पेरिस में खेलने के लिए लिया, बल्कि उसके बाद के जीवन के लिए भी लिया। सबसे अच्छा विकल्प यही था कि मैं अपनी उंगली के ऊपरी हिस्से को कटवा दूं। ये मेरे लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था। यह भी पढ़ें
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गोलकीपर: एंड्रयू चार्टर डिफेंडर: जोशुआ बेल्ट्ज, मैथ्यू डॉसन, जेक हार्वी, जेरेमी हेवर्ड, एडवर्ड ओकेनडेन, कोरी वीयर मिडफील्डर: फ्लिन ओग्लिवी, लैचलन शार्प, जैकब वेट्टन, एरन जालेव्स्की (कप्तान) फॉरवर्ड/स्ट्राइकर: टिम ब्रांड, थॉमस क्रेग, ब्लेक ग्लोवर्स, टॉम विकम, के विलोट रिजर्व: जोहान डर्स्ट, नाथन एफ्राम्स, टिम हॉवर्ड