दिनचर्या व्यवस्थित रखें
महिलाओं को अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित बनाए रखना चाहिए। अपने दैनिक घरेलू कार्यों को नियमित रूप से स्वयं ही करना चाहिए जिससे शारीरिक व मानसिक श्रम होगा व सेहत अच्छी बनी रहेगी। बाजार व डिब्बा बंद खाद्य व्यंजनों का सेवन न कर स्वयं ही घर में बनाने का प्रयास करें, जिससे शुद्धता व पोषणता प्राप्त हो। कोई भी शारीरिक समस्या होने पर घर-परिवार व पड़ोस की बुजुर्ग महिलाओं से सलाह लें या गंभीर बीमारी की स्थिति में डॉक्टर की सलाह लें।
-आलोक ब्यौहार, सिहोरा म.प्र.
…………………………………………………….
महिलाओं को अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित बनाए रखना चाहिए। अपने दैनिक घरेलू कार्यों को नियमित रूप से स्वयं ही करना चाहिए जिससे शारीरिक व मानसिक श्रम होगा व सेहत अच्छी बनी रहेगी। बाजार व डिब्बा बंद खाद्य व्यंजनों का सेवन न कर स्वयं ही घर में बनाने का प्रयास करें, जिससे शुद्धता व पोषणता प्राप्त हो। कोई भी शारीरिक समस्या होने पर घर-परिवार व पड़ोस की बुजुर्ग महिलाओं से सलाह लें या गंभीर बीमारी की स्थिति में डॉक्टर की सलाह लें।
-आलोक ब्यौहार, सिहोरा म.प्र.
…………………………………………………….
महिला कामगारों को भोजन और दवा मुफ़्त
महिलाओं की गिरती सेहत एक गहन चिंता का विषय है। इनकी सेहत में सुधार के लिये मुफ़्त दूध-फल वितरण की योजना हो। नीचे तबके और झुग्गियों में रहने वाली महिलाओं को अस्पतालों में दवायें भी मुफ़्त दी जानी चाहिए। महिला कामगारों के लिये मुफ़्त भोजन देने की व्यवस्था हो।
— विभा गुप्ता, मैंगलोर
……………………………………………..
महिलाओं की गिरती सेहत एक गहन चिंता का विषय है। इनकी सेहत में सुधार के लिये मुफ़्त दूध-फल वितरण की योजना हो। नीचे तबके और झुग्गियों में रहने वाली महिलाओं को अस्पतालों में दवायें भी मुफ़्त दी जानी चाहिए। महिला कामगारों के लिये मुफ़्त भोजन देने की व्यवस्था हो।
— विभा गुप्ता, मैंगलोर
……………………………………………..
अपने स्वास्थ्य का ध्यान स्वयं रखें
महिलाओं को घरेलू कामकाज के बाद थोडा आराम लेना चाहिए। स्वयं अपने स्वास्थ्य की चिंता करें। अच्छा खानपान लें। बीमारी में डॉक्टर को दिखाने में लापरवाही न बरतें। मन से मजबूत बनें। किसी परेशानी में बडों के अनुभव से सीखना अच्छा रहता है। अच्छा साहित्य पढें। परिवार में सभी लोगों से अच्छे संबंध बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए।
— मोहम्मद इब्राहिम ख़ान, आकोट महाराष्ट्र
…………………………………………………
महिलाओं को घरेलू कामकाज के बाद थोडा आराम लेना चाहिए। स्वयं अपने स्वास्थ्य की चिंता करें। अच्छा खानपान लें। बीमारी में डॉक्टर को दिखाने में लापरवाही न बरतें। मन से मजबूत बनें। किसी परेशानी में बडों के अनुभव से सीखना अच्छा रहता है। अच्छा साहित्य पढें। परिवार में सभी लोगों से अच्छे संबंध बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए।
— मोहम्मद इब्राहिम ख़ान, आकोट महाराष्ट्र
…………………………………………………
नियमित व्यायाम के साथ लें पौष्टिक आहार
महिलाएं नियमित व्यायाम की आदत डालें। साथ ही समय समय पर पौष्टिक आहार लें। घरेलू कामकाज के बाद पर्याप्त नींद लें। इससे तनाव और चिंताओं से दूर रखने में मदद मिलेगी। डॉक्टर से नियमित जांच करवाती रहें। महिलाओं को अच्छे स्वास्थ्य के लिए जागरूक भी करना चाहिए कि यदि स्वस्थ रहेंगी तो उनका परिवार भी खुशहाल और स्वस्थ रहेगा।
लहर सनाढ्य, उदयपुर
…………………………………………………….
महिलाएं नियमित व्यायाम की आदत डालें। साथ ही समय समय पर पौष्टिक आहार लें। घरेलू कामकाज के बाद पर्याप्त नींद लें। इससे तनाव और चिंताओं से दूर रखने में मदद मिलेगी। डॉक्टर से नियमित जांच करवाती रहें। महिलाओं को अच्छे स्वास्थ्य के लिए जागरूक भी करना चाहिए कि यदि स्वस्थ रहेंगी तो उनका परिवार भी खुशहाल और स्वस्थ रहेगा।
लहर सनाढ्य, उदयपुर
…………………………………………………….
प्रसन्न रहें, सेहत सुधारें
महिलाएँ परिवार की धुरी हैं अतः परिवारजन तो उनके खानपान, व्यायाम, स्वास्थ्य के साथ उनके शौक, इच्छाओं व खुशियाँ को तवज्जो दें ही, वे भी स्वयं के प्रति जागरूक रहें, लापरवाह न हों।
— सरोज जैन, खंडवा मप्र
……………………………………………….
महिलाएँ परिवार की धुरी हैं अतः परिवारजन तो उनके खानपान, व्यायाम, स्वास्थ्य के साथ उनके शौक, इच्छाओं व खुशियाँ को तवज्जो दें ही, वे भी स्वयं के प्रति जागरूक रहें, लापरवाह न हों।
— सरोज जैन, खंडवा मप्र
……………………………………………….
लापरवाही न बरतें महिला की सेहत में सुधार के लिए छोटी छोटी गलतियां सुधारनी होगी। काम में वे शरीर का ध्यान रखने में लापरवाही बरतती हैं, जिससे बीमारी बाद में गंभीर बन जाती है। समय पर भोजन करना, पर्याप्त रूप से अपने को आराम देना। गर्मी में खूब पानी पीना। महिलाएं सिरदर्द व कमर दर्द के लिए पैरासिटामॉल टेबलेट ले लेती है, इसके साइड इफैक्ट होते हैं। इनसे बचना चाहिए।
— कमलसिंह अकली, बाड़मेर
……………………………………………………..
— कमलसिंह अकली, बाड़मेर
……………………………………………………..
महिलाएं बनें आत्मनिर्भर
पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को पुरुष पर ही निर्भर रहना पड़ता है। उन्हें कई सामाजिक, मानसिक और शारीरिक दुर्बलताओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन लोकलाज के भय से वे कह नहीं पाती और समस्या को नजरअंदाज कर देती हैं। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। उन्हें स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
— राजेश लखानी, जोधपुर
पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को पुरुष पर ही निर्भर रहना पड़ता है। उन्हें कई सामाजिक, मानसिक और शारीरिक दुर्बलताओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन लोकलाज के भय से वे कह नहीं पाती और समस्या को नजरअंदाज कर देती हैं। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। उन्हें स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
— राजेश लखानी, जोधपुर