bell-icon-header
ओपिनियन

आपकी बात, ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रहे सट्टे को रोका क्यों नहीं जा रहा?

 पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं मिलीं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं

जयपुरSep 25, 2024 / 05:55 pm

Gyan Chand Patni

ऑनलाइन गेमिंग के ​शिकार युवा।


…..
महामारी की तरह फैल रहा है ऑनलाइन सट्टा
ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रहा सट्टा पूरे देश में महामारी की तरह फैल रहा है। सेलिब्रिटी क्रिकेटर और फिल्मी दुनिया के सितारे ऑनलाइन सट्टे का प्रचार खुलेआम कर रहे हैं। वे  लोगों को टीम बनाकर पलक झपकते ही करोड़पति बनने का सपना दिखा रहे हैं। इस वजह से ऑनलाइन गेमिंग का धंधा फल फूल रहा है। कंपनियां इस खेल में आदत लगना या आर्थिक जोखिम संभव है, जिम्मेदारी से खेलें, पैसे कमाने के खतरे की जानकारी देकर आसानी से अपना पल्ला झाड़ लेती हैं। हमारे देश में कोई भी कठोर कानून और शिकायत निवारण तंत्र नहीं होने के कारण लोग बर्बाद हो रहे हैं। सरकार को लोगों को जागरूक करके और कठोर कानून बनाकर इस पर नकेल कसनी होगी तभी जाकर ऑनलाइन सट्टे को रोका जा सकता है।  
-लहर सनाढ्य, उदयपुर
………………
ऑनलाइन सट्टे को रोकने का कानून ही नहीं
देश में ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर तेजी से सट्टेबाजी चल रही है, लेकिन इसे रोकने के लिए देश में कोई कड़ा कानून नहीं होने से सट्टेबाजी बढ़ते ही जा रही है। केंद्र सरकार को देश में ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रहे सट्टे को रोकने के लिए कड़ा कानून बनाना चाहिए। ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रहे सभी सट्टे के ऐप व अन्य साइटों पर सरकार को पूर्णत: प्रतिबंध लगाना चाहिए और इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ गैर जमानती धारा के तहत अपराध दर्ज करने सख्त प्रावधान करना चाहिए।  
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
………..
जनता रहे जागरूक
भारत में ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी को नियंत्रित करने के लिए स्पष्ट और आधुनिक कानूनों की कमी है। पब्लिक गैंबलिंग एक्ट, 1867 बहुत पुराना है और डिजिटल युग की चुनौतियों को संबोधित करने में सक्षम नहीं है। विभिन्न राज्यों के अपने-अपने कानून और नियम हैं, जिससे एक समान नीति बनाना मुश्किल हो जाता है। कुछ राज्य ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाते हैं, जबकि अन्य इसे अनुमति देते हैं। इंटरनेट और मोबाइल की बढ़ती पहुंच के कारण ऑनलाइन सट्टेबाजी को ट्रैक और नियंत्रित करना कठिन हो गया है। ऑनलाइन गेमिंग उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और इसमें भारी मात्रा में राजस्व उत्पन्न होता है। सरकार अपने राजस्व को खोना भी नहीं चाहती। जनता जागरूक रहे और ऑनलाइन गेमिंग से दूर रहे।  
-गिरीश ठक्कर, राजनंदगांव
………..
अधिक राजस्व भी है कारण
ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रहे सट्टे से प्राप्त 28त्न जीएसटी से सरकार के राज कोष में वृद्धि हो रही है।  इस वजह से सरकार इसे रोकने से बच रही है।  
भेरू सिंह देवड़ा, तेलपुर, सिरोही
 ………………
सरकार उठाए सख्त कदम
 ऑनलाइन गेम के बहाने सट्टेबाजी के बाजार का फैलाव बड़े पैमाने पर हो रहा है। पहले फ्री खेलने का लालच दिया जाता है, जो बाद में लत में बदल जाता है। लाखों घरों की बर्बादी  को रोकने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए।                                        
-निर्मला देवी वशिष्ठ राजगढ़ अलवर
 …………  
सरकार का स्वार्थ
 ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर आज चारों तरफ सट्टे का कारोबार फलफूल रहा है। अभी यदि कोई चौराहे पर ताश द्वारा सट्टा खेलता हुआ पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती है। लेकिन अब हर किसी के हाथों में मोबाइल होता है और वह गेमिंग सट्टे के लिए इस्तेमाल हो रहा है। सरकार इसे नहीं रोक रही क्योंकि इससे उसका खजाना भर रहा है। लालच में आकर लोग बर्बाद हो रहे हैं।  
-राकेश मोहनलाल कुमावत,  देवास, मप्र
…………..
कानूनन वैध होने के कारण
 ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रहे सट्टे को इसलिए नहीं रोका जा रहा है, क्योंकि एक तो इससे सरकार को राजस्व प्राप्त होता है और दूसरे इसे कानूनी रूप से वैध माना जाता है।
  • वसंत बापट, भोपाल, मप्र
    ………..
मानसिक गुलामी बरकरार रखने के लिए
ऑनलाइन गेमिंग युवा वर्ग को मानसिक रूप से गुलाम बनाने की साजिश है। इसमें फंसा युवा सरकार से रोजगार नहीं मांगता बल्कि आत्महत्या की कगार पर पहुंच रहा है। समाज की मूलभूत आवश्यकताएं शिक्षा,चिकित्सा और रोजगार  से भटकाने का जरिया है ऑनलाइन गेम।
-मधुरंजन, रीवा
 ………
चुनौतियां हैं कई
ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रहे सट्टे को रोकने में कई चुनौतियां हैं। सरकारें सट्टेबाजी से प्राप्त करों से लाभ उठाने की कोशिश कर रही हैं। सट्टेबाजी करने वाले प्लेटफॉर्म आमतौर पर विदेशी होते हैं, जिससे उन पर कार्रवाई करना मुश्किल हो जाता है। लोग अक्सर ऑनलाइन सट्टे के जोखिमों से अनजान होते हैं और इस तरफ आसानी से आकर्षित हो जाते हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए सरकार और नियामक संस्थाओं को मिलकर ठोस कदम उठाने चाहिए।
-मुकेश भटनागर, भिलाई, छत्तीसगढ़
 ……..  
सरकार के लिए फायदेमंद
प्रमोटर को मिलने वाली मोटी रकम  जल्दी अमीर बनने की लालसा और सरकार को मिलने वाले टैक्स के कारण ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रहे सट्टे को रोका नहीं जा रहा। सरकार इसे रोकना भी नहीं चाहती, क्योंकि  इसमें व्यस्त न होने पर युवा रोजगार मांगने लगेंगे।
-फजल अकबर जई, भोपाल, मप्र
………..  
युवा हो रहे लालच के शिकार
ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रहे सट्टे को रोकने के लिए कानून नहीं है। सरकार सट्टे को रोकने पर ध्यान भी नहीं दे रही। लालच के कारण खासतौर युवा वर्ग ऑनलाइन गेमिंग की तरफ आकर्षित हो रहे हैं और बर्बाद हो रहे हैं।  
-शिवजी लाल मीना, जयपुर  

Hindi News / Prime / Opinion / आपकी बात, ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रहे सट्टे को रोका क्यों नहीं जा रहा?

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.