भारतीय संविधान दिवस पर लोगों को संबोधित करते हुए सिद्धरामय्या ने कहा कि मैं भारतीय संविधान की वजह से ही दोबारा मुख्यमंत्री बना हूं। अगर संविधान नहीं होता, तो यह संभव नहीं होता। उन्होंने कहा कि जब तक जनता का आशीर्वाद मेरे साथ है, मैं झुकूंगा नहीं, डरूंगा नहीं।
उन्होंने आरएसएस पर भी निशाना साधा और उसे संविधान विरोधी बताया। कहा, विनायक दामोदर सावरकर और आरएसएस के दूसरे अध्यक्ष माधव सदाशिव गोलवलकर ने संविधान के क्रियान्वयन का विरोध किया था। संविधान अंगीकार किए जाने की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर यहां मंगलवार को आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने भारतीय संविधान में निहित अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझने के महत्व पर जोर दिया। संवैधानिक मूल्यों के बारे में जागरूकता फैलाने के महत्व को भी रेखांकित किया और कहा कि सरकार का लक्ष्य पूरे राज्य में छात्रों के बीच संवैधानिक सिद्धांतों को स्थापित करना है।