डीसीपी महिला एवं बाल सुरक्षा वृंदा शुक्ला ने बताया कि 26 दिसंबर को बादलपुर गांव निवासी एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि घर के बाहर खेलते समय उसकी 12 वर्षीय लड़की लापता हो गई। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर किशोरी की तलाश करना शुरू कर दी। तफ्तीश के दौरान पता चला कि पूजा नाम की महिला गांव में किराए के मकान में रहती थी। आरोप है कि पति के साथ मिलकर उसने गांव से किशोरी का अपहरण कर लिया। इसके बाद अपने गैंग की गुड़िया उर्फ नाजरीन, किरण, नौशाद, नवाब, रूप किशोर की मदद से किशोरी को भूपेंद्र निवासी रोहतक हरियाणा के मकान में ले जाकर रखा।
वृंदा शुक्ला ने बताया कि किशोरी को आरोपी सुनील, धर्मराज व कबूल के माध्यम से जसबीर को सत्तर हजार रुपये में बेच दिया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए खरीदार जसबीर निवासी बड़ोदा हरियाणा, नाजरीन निवासी बाबूगढ़ छावनी हापुड़, पूजा निवासी गुन्नोर जिला संभल, किरण निवासी गोहना सोनीपत हरियाणा, सुनील व धर्मराज निवासी रोहतक हरियाणा को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि गिरोह के सदस्य नौशाद निवासी हापुड़, नवाब निवासी विजयनगर गाजियाबाद, रूप किशोर निवासी संभल, भूपेंद्र निवासी रोहतक हरियाणा, कबूल निवासी रोहतक हरियाणा फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश डाल रही है।
यह भी पढ़ें-
नोएडा में कम्युनिटी स्प्रेड की ओर बढ़ रहा Coronavirus, सप्ताह में दूसरी बार 11 सौ से ज्यादा केस मिले हरियाणा में लगती थी किशोरियों की बोली नाबालिग लड़कियों और बच्चों का अपहरण करने वाला गिरोह दिल्ली एनसीआर में सक्रिय है। पुलिस ने बताया कि गुड़िया का पति नौशाद, पूजा का पति रूप किशोर अपनी पत्नियों द्बारा अपहृत की गई किशोरियों को गैंग के अन्य सदस्यों तक पहुंचाने का काम करते थे। किशोरियों को हरियाणा स्थित गैंग के सुपुर्द किया जाता था। वहां पर उनकी बोली लगाकर बेचा जाता था और शादी करा दी जाती थी।