विजयपाल सिंह तोमर भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं तो कांता कर्दम भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष। इन दोनों वरिष्ठ नेताओं का 23 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव में चुना जाना तय है। इसमें विजयपाल सिंह तोमर की अगर बात करें तो उन्हें राज्यसभा भेजकर पार्टी उनका वनवास खत्म करने जा रही है।
क्योंकि भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटने के बाद से उनके पास कोई बड़ा पद नहीं था। इससे पहले पिछले वर्ष संपन्न निकाय चुनाव में उन्हें सहारनपुर महानगर का चुनाव प्रभारी बनाया था। जिसमें पार्टी ने जबरदस्त जीत दर्ज करते हुए मेयर सीट पर अपना कब्जा जमाया था। फिलहाल सभी पार्टियां राज्यसभा चुनाव के लिए अपने-अपने विधायकों को एकजुट करने में जुटी हैं। साथ ही दूसरे दलों के विधायकों को भी अपने पक्ष में क्रॉस वोटिंग कराने के लिए चाणक्य नीति भी अपना रही हैं।
कौन हैं विजयपाल सिंह तोमर
जनता दल से राजनीति की शुरुआत करने वाले विजयपाल सिंह तोमर पहली बार मेरठ जिले की सरधना विधानसभा से 1991 में विधायक बने। फिर 1993 में हुए मध्यावधि चुनाव में उन्हें भाजपा के प्रो. रविंद्र पुंढीर से हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद विजयपाल सिंह तोमर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इसके बाद से वे भारतीय जनता पार्टी में पूरी तरह से सक्रिय हैं। 2013 में जब राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो उन्होंने भाजपा किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाया।
जनता दल से राजनीति की शुरुआत करने वाले विजयपाल सिंह तोमर पहली बार मेरठ जिले की सरधना विधानसभा से 1991 में विधायक बने। फिर 1993 में हुए मध्यावधि चुनाव में उन्हें भाजपा के प्रो. रविंद्र पुंढीर से हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद विजयपाल सिंह तोमर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इसके बाद से वे भारतीय जनता पार्टी में पूरी तरह से सक्रिय हैं। 2013 में जब राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो उन्होंने भाजपा किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाया।
उसके बाद फिर 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद जब राजनाथ सिंह गृहमंत्री बने तो उनके बाद जब अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो उन्होंने इन्हें अपनी टीम में भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी। क्षत्रिय राजपूत परिवार से संबंध रखने वाले विजयपाल सिंह तोमर जुलाई 2015 से दिसम्बर 2016 तक भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। इन्हें अमित शाह और राजनाथ सिंह दोनों का विश्वासपात्र माना जाता है।
इस दिग्गज नेता को पछाड़ कर हासिल किया राज्यसभा का टिकट
विजयपाल सिंह तोमर के साथ ही भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी राज्यसभा की टिकट के दावेदारों में शासिल थे। लेकिन पार्टी द्वारा उन्हें तरजीह दी गई। साथ ही सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी लक्ष्मीकांत वाजपेयी को आगामी विधानपरिषद चुनाव में एमएलसी बना सकती है।
विजयपाल सिंह तोमर के साथ ही भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी राज्यसभा की टिकट के दावेदारों में शासिल थे। लेकिन पार्टी द्वारा उन्हें तरजीह दी गई। साथ ही सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी लक्ष्मीकांत वाजपेयी को आगामी विधानपरिषद चुनाव में एमएलसी बना सकती है।