बता दें कि 24 फरवरी को अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो दिवसीय दौरे पर भारत आए थे। उनके दौरे के दौरान उत्तरी पूर्वो दिल्ली में दंगे भड़क गए थे। दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल रतनलाल, आईबी अफसर अंकित शर्मा की दंगाइयों ने जान ले ली थी। इन समेत दिल्ली में हुए दंगों में 43 की अभी तक जान जा चुकी है। वहीं, 200 से ज्यादा लोग घायल हुए है। पुलिस अलग—अलग मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। हालांकि, पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आप पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन की कंपनी में दंगा की कंपनी चल रही थी। आप ने ताहिर हुसैन को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। साथ ही सुनियोजित तरीके से घंटना को अंजाम देने की बात दिल्ली पुलिस भी कर रही है। ताहिर हुसैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिल्ली पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है। ताहिर हुसैन पर अंकित शर्मा की हत्या का भी आरोप है।
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Delhi violence: ‘देश के गद्दारों ने पहले ही कर रखी थी हिंसा की तैयारी, माहौल बिगाड़ने वाले हो जाए सावधान’ वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक सिंह ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप दौरे के दौरान दंगा एक सुनियोजित था। यह दंगा देश की छवि को खराब करने के लिए कराया गया है। वहीं, आलोक सिंह का कहना है कि इस दंगे के लिए विदेशी ताकत और विदेशी फंड का भी इस्तेमाल हुआ है। समुदाय विशेष के लोगों को सीए के खिलाफ बरगला कर भड़काया गया। वहीं, राम मंदिर को लेकर भी आलोक सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देशभर के करीब साढ़े तीन लाख गांवों में राम की शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस शोभायात्रा में भगवान राम और राम मंदिर की मूर्ति भी शामिल की जाएगी। जो करीब 1 महीने तक देश के अलग-अलग हिस्सों में निकाली जाएगी।