इस चुनाव में सत्तारूढ़ डीएमके के नेतृत्व वाले मोर्चे, भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन और नाम तमिलर कच्ची (एनटीके) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा। मुख्य विपक्षी दल और उसके सहयोगियों ने स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव नहीं होने का आरोप लगाते हुए चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है।